महिलाओं को लेकर बदली सऊदी अरब की सोच! पहली बार मक्का में हुई महिला सेना की तैनाती
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सोशल और इकॉनोमिक सुधारों को आगे बढ़ाने के तहत विदेशी निवेश के लिए यह फैसला लिया गया है। इस सुधार योजना को विज़न 2030 का नाम दिया गया है।
इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल मक्का और मदीना में पहली बार सऊदी महिला सैनिकों की तैनाती की गई है। एक खबर के मुताबिक, सऊदी अरब ने सेना की तैनाती के लिए महिला सैनिकों के समूह को शामिल करने का बड़ा फैसला लिया है। हज वार्षिक तीर्थयात्रा को सुरक्षित करने में मदद कर रहे हैं इस सेना समूह में सऊदी वुमन सोल्जर्स ग्रुप (Saudi Women Soldiers Group) में मोना (Mona) भी शामिल हैं।
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मोना ने अपने दिवगंत पिता के करियर से प्रेरित होकर यह फैसला लिया है। बता दें कि अप्रैल महीने के बाद से, दर्जनों महिला सैनिक सुरक्षा सेवाओं का हिस्सा बन गई गई हैं जो इस्लाम के जन्म स्थान मक्का और मदीना में तीर्थयात्रियों की निगरानी करती हैं। मोना समेत कई महिला सेनिक खारी वर्दी, कूल्हे की लंबाई वाली जैकेट, ढीले पतलून और अपने बालों को ढकने वाले घूंघट पर एक काले रंग की बेरी के साथ मक्का में ग्रैंड मस्जिद में अपनी समय बिताती है।
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सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सोशल और इकॉनोमिक सुधारों को आगे बढ़ाने के तहत विदेशी निवेश के लिए यह फैसला लिया गया है। इस सुधार योजना को विज़न 2030 का नाम दिया गया है। क्राउन प्रिंस ने महिलाओं पर ड्राइविंग प्रतिबंंध हटा दिया है। इसके अलावा, महिलाएं बिना किसी मर्द के भी बाहर अकेले यात्रा करने की अनुमति दे दी है। बता दें कि कोरोना महामारी को देखते हुए सऊदी अरब ने विदेशों से लाखों अन्य तीर्थयात्रियों के अलावा अपने नागरिकों पर हज यात्रा की रोक लगा दी है।
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