सुषमा स्वराज ने रुसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से की मुलाकात
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रुस के अपने समकक्ष सर्गेई लावरोव से भेंट कीं। वह रुस के साथ भारत की ‘विशिष्ट रणनीतिक भागीदारी’ बढ़ाने के लिए अहम द्विपक्षीय बैठक की सह-अध्यक्षता करने और रुसी नेताओं के साथ बातचीत के लिए दो दिन की यात्रा पर आयी हैं।
मास्को। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रुस के अपने समकक्ष सर्गेई लावरोव से भेंट कीं। वह रुस के साथ भारत की ‘विशिष्ट रणनीतिक भागीदारी’ बढ़ाने के लिए अहम द्विपक्षीय बैठक की सह-अध्यक्षता करने और रुसी नेताओं के साथ बातचीत के लिए दो दिन की यात्रा पर आयी हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘भारत के अच्छे दोस्त से मिलकर हमेशा खुशी होती है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मास्को पहुंचने पर पहले कार्यक्रम के तहत रुस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिलीं। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। विदेश मंत्री लावरोव ने विदेश मंत्री के सम्मान में रात्रिभोज दिया।’
Always a pleasure to meet a good friend of India! EAM @SushmaSwaraj with Foreign Minister of #Russia Sergey Lavrov in her 1st engagement since arriving in Moscow. Both leaders had a good exchange of views on bilateral & regional issues. FM Lavrov hosted a dinner in honour of EAM. pic.twitter.com/r2IVgkNspZ
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) September 13, 2018
ग्यारह महीनों में तीसरी बार रुस की यात्रा पर पहुंचीं सुषमा स्वराज मास्को आने के क्रम में अश्गाबात में कुछ देर रुकीं और उन्होंने तुर्कमेनिस्तान के अपने समकक्ष के साथ द्विपक्षीय हितों पर चर्चा की। विदेश मंत्री भारत-रुस तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग अंतर सरकारी आयोग (आईआरआईजीसी-टेक) की 23 वीं बैठक में हिस्सा लेंगी। इसकी सह अध्यक्षता वह और रुस के उपप्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव करेंगे।
आईआरआईजीसी-टेक एक स्थायी निकाय है जो सालाना बैठक कर द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, संस्कृति तथा परस्पर हित के अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की वर्तमान गतिविधियों की समीक्षा करता है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का जायजा लेने के बाद आयोग संबंधित क्षेत्रों के लिए नीतिगत सिफारिशें और निर्देश देगा।
मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने विदेश मंत्री की यात्रा से पहले ट्वीट किया कि यह उच्च स्तरीय आदान-प्रदान बनाए रखने के लिए है। आयोग की पिछली बैठक दिसंबर, 2017 में नयी दिल्ली में हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मई में काला सागर के तटीय शहर सोची में और जून में जोहांसबर्ग में एक दूसरे से भेंट की थी।
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