विदेश सचिव श्रृंगला की जाफना यात्रा, पलाली हवाई अड्डे के विकास कार्य की जानकारी ली

Harshvardhan Shringala
प्रतिरूप फोटो

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रृंगला की प्रमुख राजनीतिक मुलाकातें सोमवार को राजधानी में होनी हैं। राजपक्षे भाइयों के अलावा, श्रृंगला मुख्य तमिल पार्टी, तमिल नेशनल एलायंस के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात करेंगे।

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को श्रीलंका के तमिल बहुल उत्तरी प्रांत में जाफना के पलाली हवाई अड्डे का दौरा किया, जहां उन्हें स्थानीय अधिकारियों ने विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी।

श्रृंगला चार दिवसीय यात्रा पर शनिवार को श्रीलंका पहुंचे थे। वह अपनी इस यात्रा के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे सहित शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे और भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे।

भारतीय उच्चायोग ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को जाफना के पलाली हवाईअड्डे का निरीक्षण किया, जो इस द्वीपीय देश में भारत के विकास कार्यों में से एक है।’’

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2019 में, भारत ने पलाली हवाई अड्डे के रनवे का उन्नयन करने के लिए श्रीलंका को 30 करोड़ श्रीलंकाई रुपये प्रदान किए थे। नवंबर 2019 में श्रीलंका द्वारा पलाली को अपने तीसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में नामित करने के बाद, भारत की एलायंस एयर ने पलाली और चेन्नई के बीच दो साप्ताहिक उड़ानें संचालित की।

मार्च 2020 में कोविड-19 के प्रकोप के साथ ही परिचालन रुक गया। श्रृंगला ने जाफना सांस्कृतिक केंद्र का भी दौरा किया। उन्होंने इसके बारे में कहा कि इसे भारत सरकार द्वारा 1.1 करोड़ अमेरीकी डालर के अनुदान से बनाया गया है। श्रृंगला ने जाफना सांस्कृतिक केंद्र के रखरखाव में भारत की मदद के बारे में बात की।

श्रृंगला ने कहा, ‘‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत सरकार 5 साल की अवधि के लिए इस इमारत के रखरखाव में मदद देगी।’’ हर्षवर्धन श्रृंगला कैंडी स्थित प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर ‘टूथ’ (दंत मंदिर) के दर्शन करने के बाद जाफना पहुंचे। देश के सबसे प्रमुख बौद्ध मंदिर में आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद उन्होंने कहा, यह न केवल श्रीलंका के लिए बल्कि भारत के लिए भी आध्यात्मिक महत्व का स्थल है।

उन्होंने त्रिंकोमाली में, द्वितीय विश्व युद्ध के तेल टैंक फार्म का दौरा किया, जो दशकों से भारत-श्रीलंका आर्थिक साझेदारी की एक प्रमुख कड़ी है। 2003 से इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की स्थानीय इकाई एलआईओसी वहां संचालन कर रही है।

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आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रृंगला की प्रमुख राजनीतिक मुलाकातें सोमवार को राजधानी में होनी हैं। राजपक्षे भाइयों के अलावा, श्रृंगला मुख्य तमिल पार्टी, तमिल नेशनल एलायंस के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात करेंगे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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