ट्रेन में हमला करने वाला जर्मनी पुलिस की कार्रवाई में मारा गया

[email protected] । Jul 19 2016 10:58AM

रेल के यात्रियों पर एक कुल्हाड़ी और एक चाकू से वार करके तीन लोगों को गंभीर रूप से घायल करने वाला अफगानिस्तान का 17 वर्षीय शरणार्थी जर्मन पुलिस की कार्रवाई में मारा गया।

बर्लिन। रेल के यात्रियों पर एक कुल्हाड़ी और एक चाकू से वार करके तीन लोगों को गंभीर रूप से घायल करने वाला अफगानिस्तान का 17 वर्षीय शरणार्थी जर्मन पुलिस की कार्रवाई में मारा गया। एक अधिकारी ने इस हमले को ‘‘संभावित’’ इस्लामिक हमला करार दिया है। पुलिस ने बताया कि दक्षिणी शहर वुर्जबर्ग के निकट एक स्थानीय ट्रेन पर किए गए हमले में कई अन्य लोग घायल हुए है। किशोर ने घटनास्थल से भागने की कोशिश की और इसी दौरान वह मारा गया।

बवेरिया राज्य के गृह मंत्री जोएचिम हेर्रमन्न ने बताया कि हमलावर जर्मनी में अकेले नाबालिग के रूप में आया था और वह निकटवर्ती ओचसेनफर्ट में रह रहा था। मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस बात की काफी संभावना है कि यह इस्लामी चरमपंथी द्वारा किया गया हमला है।’’ हमलावर ‘‘अल्लाहू अकबर’’ के नारे लगा रहा था। यह हमला बवेरिया के वुर्जबर्ग एवं त्रेउचलिंगेन के बीच चलने वाली ट्रेन में सोमवार रात करीब सवा नौ बजे किया गया। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वुर्जबर्ग में पहुंचते ही, एक व्यक्ति ने यात्रियों पर कुल्हाड़ी और चाकू से हमला किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और कई अन्य मामूली रूप से घायल हैं।’’ इसके अलावा 14 लोगों को सदमा लगने के कारण उनका उपचार किया गया।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘अपराधी ट्रेन से भागा, पुलिस ने उसका पीछा किया और इसी दौरान उन्होंने कार्रवाई करते हुए हमलावर को गोली मारी और उसकी मौत हो गई।’’ इस बारे में और विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है कि किशोर किन परिस्थितियों में मारा गया। जर्मनी में इस हमले से पहले फ्रांस के नीस में पिछले सप्ताह 31 वर्षीय मोहम्मद लाहोउआएज बोउहलेल ने बास्तील दिवस के अवसर पर आतिशबाजी प्रदर्शन के दौरान ट्रक से हमला कर दिया था जिससे 84 लोग मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी। जर्मनी में मानसिक रूप से अस्थिर 27 वर्षीय एक व्यक्ति ने मई में एक स्थानीय ट्रन में चाकू से हमला किया था जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और तीन अन्य लोग घायल हो गए थे।

शुरूआती रिपोर्टों में बताया था कि उसने ‘‘अल्लाहू अकबर’’ के नारे लगाए लेकिन बाद में पुलिस ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इस हमले के पीछे धर्म से जुड़ी कोई मंशा थी। उसका एक मनोरोग अस्पताल में उपचार चल रहा है। जर्मनी ने पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में करीब 11 लाख शरणार्थियों को देश में आने की अनुमति दी थी जिनमें सीरियाई शरणार्थियों की संख्या सर्वाधिक है और इसके बाद अफगानिस्तानियों का नंबर आता है। ये शरणार्थी अपने देश में गरीबी एवं मौजूदा अशांति से बचकर यहां आए हैं। शरणार्थियों के लिए बाल्कन मार्ग बंद कर दिए जाने और प्रवाह को काबू करने के लिए ईयू के तुर्की के साथ समझौते के परिणामस्वरूप जर्मनी आने वाले शरणार्थियों की संख्या में तेजी से गिरावट आई है।

We're now on WhatsApp. Click to join.

Tags

    All the updates here:

    अन्य न्यूज़