म्यूनिख में बंदूकधारी ने मॉल में नौ लोगों की हत्या की
जर्मनी में म्यूनिख शहर के एक व्यस्त मॉल में आज एक किशोर जर्मन-ईरानी बंदूकधारी ने गोलीबारी करके नौ लोगों की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली।
म्यूनिख। जर्मनी में म्यूनिख शहर के एक व्यस्त मॉल में आज एक किशोर जर्मन-ईरानी बंदूकधारी ने गोलीबारी करके नौ लोगों की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली। जर्मन पुलिस ने आज कहा कि उसने संभवत: अकेले इस हमले को अंजाम दिया। शुक्रवार शाम जर्मनी के तीसरे सबसे बड़े शहर म्यूनिख में इस बंदूकधारी में आतंक का माहौल पैदा कर दिया, उसके हमले में नौ लोग मारे गए और 16 अन्य घायल हुए। यूरोप में आम नागरिकों पर आठ दिन में यह तीसरा हमला है।
सबसे अधिक बिकने वाले अखबार ‘बिल्ड’ की हेडलाइन ‘म्यूनिख में रक्तपात’ थी। पूरे महाद्वीप में भय फैल गया है। इस नरसंहार के बाद इस दक्षिणी शहर में सन्नाटा पसर गया क्योंकि विशिष्ट पुलिस ने हमलावर का पता लगाने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया। शुरूआत में यह समझा जा रहा था कि यह हमला तीन लोगों ने किया है। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल घातक गोलीबारी की घटना के बाद आज अपनी सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाएंगी। महज कुछ दिन पहले बावरिया में ट्रेन में धारदार हथियार से हमला किया गया था और एक सप्ताह से कुछ ही पहले फ्रांसीसी शहर नीस में ट्रक हमले में 84 लोगों की जान चली गयी थी।
पुलिस प्रमुख हुबर्ट्स एंड्रे ने संवाददाताओं ने कहा, ‘‘अपराधी 18 वर्षीय जर्मन-ईरानी था जो म्यूनिख का रहने वाला था। उसका ‘‘कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस अपराध को अंजाम देने के पीछे की वजह के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है।’’ वैसे एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा था कि इसके आतंकवादी घटना होने का संदेह है लेकिन उन्होंने इस्लामी संबंध होने के बारे में तत्काल कोई संकेत नहीं दिया था। बंदूक से लैस हमलावर ने शुक्रवार शाम मैकडॉनल्ड के रेस्तरां में गोलीबारी की और फिर उसने एक सड़क पर गोलीबारी की। बाद में वह ओलंपिया मॉल में घुस गया और वहां हमला किया। एंड्रे ने कहा, ‘‘मारे गए लोगों में युवा भी शामिल हैं।’’ उन्होंने बताया कि कुछ बच्चे भी घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक पुलिस गश्ती दल ने हमलावर को गोली मारी और घायल कर दिया लेकिन वह बच कर भागने में सफल रहा। पुलिस ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘हमें एक व्यक्ति मिला जिसने आत्महत्या कर ली। हमारा मानना है कि वही एकमात्र बंदूकधारी था।’’
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि काले रंग के कपड़े पहने एक बंदूकधारी मैकडॉनल्ड्स के एक रेस्तरां से बाहर आते हुए लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर रहा है और लोग चिल्लाते हुए भाग रहे हैं। बच गए लोगों ने भयावह परिदृश्य को बयां किया। दुकानदार वहां से भागने लगे। कुछ ने अपने बच्चों को पकड़ रखा था।
एक महिला ने बावरिया टेलीविजन पर कहा, ‘‘हम खाने के लिए मैकडोनाल्ड में दाखिल हुए... दहशत का माहौल था और लोग बाहर भागे।’’ एक अन्य वीडियो में बंदूकधारी कार पार्क की छत पर खड़ा है और वह समीप की एक बालकोनी में खड़े एक व्यक्ति से गाली गलौज कर रहा है।
जर्मनी के गृह मंत्री थॉमस दे मैजिएरे ने कहा था कि ऐसा माना जा रहा है कि किशोर ने अकेले हमला किया था जो आईएस से ‘‘प्रभावित’’ प्रतीत होता है लेकिन वह जिहादी नेटवर्क का सदस्य नहीं था। ट्रेन पर हुए हमले के बाद बावेरिया में कुछ नेताओं ने जर्मनी आने वाले शरणार्थियों की संख्या की अधिकतम सीमा लागू किए जाने की मांग की हैं। जर्मनी ने पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में 11 लाख शरणार्थियों एवं प्रवासियों को स्वीकार किया था जिसमें कई बवेरिया होकर आये थे। म्यूनिख का यह मॉल 1972 के ओलंपिक स्टेडियम और एथलीट गांव के समीप है। इसी गांव में फिलस्तीनी ब्लैक सैप्टम्बर ग्रुप ने उस साल इजराइली एथलीटों को बंधक बना लिया था जिसका अंत दुखद नरसंहार में हुआ।
फ्रांस और बेल्जियम में हुए कई हमलों के बाद यूरोप आतंकवाद को लेकर हाई अलर्ट पर है। इन हमलों की जिम्मेदारी आईएस ने ली थी। आबेंडजेतुंग अखबार के प्रधान संपादक ने कहा, ‘‘यह हम तक पहुंच गया है। म्यूनिख में लोग लंबे समय से भयभीत हैं। पेरिस, इस्तांबुल और ब्रूसेल्स में होने वाले हर हमले के साथ भय बढ़ता गया।’’ मॉल में हुए इस हमले से महज आठ दिन पहले ही नीस में बास्तील दिवस की आतिशबाजी के दौरान 31 वर्षीय मोहम्मद लाहौएज बौहलेल ने ट्रक से कुचलर 84 लोगों को मार डाला था। पिछले 18 महीने में फ्रांस में यह तीसरा बड़ा हमला था। मार्च में आईएस ने ब्रूसेल्स हवाई अड्डे एवं मेट्रो स्टेशन पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली जिसमें 32 लोगों की जान चली गयी थी।
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