India ने Australia में तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाओं की निंदा की

Hindu temples in Australia
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मेलबर्न स्थित स्वामीनारायण मंदिर, विक्टोरिया के कैरम डाउन्स में ऐतिहासिक श्री शिव विष्णु मंदिर और मेलबर्न में इस्कॉन मंदिर को असामाजिक तत्वों ने भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ विरूपित किया था।

भारत ने यहां तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ और उन पर भारत विरोधी आतंकवादियों का महिमामंडन करने वाले भित्तिचित्र बनाए जाने की घटनाओं की बृहस्पतिवार को कड़ी निंदा की। मेलबर्न स्थित स्वामीनारायण मंदिर, विक्टोरिया के कैरम डाउन्स में ऐतिहासिक श्री शिव विष्णु मंदिर और मेलबर्न में इस्कॉन मंदिर को असामाजिक तत्वों ने भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ विरूपित किया था।

कैनबरा में भारतीय उच्चायोग ने कड़े शब्दों वाले बयान में कहा, ‘‘बदमाशों द्वारा लगातार और बिना किसी दंड के इन घटनाओं को अंजाम दिया जाना और भारत विरोधी आतंकवादियों का महिमामंडन करने वाला भित्तिचित्र बनाना चिंताजनक हैं।’’ उच्चायोग ने कहा कि ये घटनाएं कई आस्थाओं को मानने वाले, बहु-सांस्कृतिक एवं शांतिपूर्ण भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई समुदाय के बीच घृणा और विभाजन पैदा करने के स्पष्ट प्रयास हैं।

उच्चायोग ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ‘‘खालिस्तान समर्थक तत्व ऑस्ट्रेलिया में अपनी गतिविधियों को आगे बढ़ा रहे हैं और उन्हें ‘सिख फॉर जस्टिस’ (एसजेएफ) जैसे प्रतिबंधित संगठनों और ऑस्ट्रेलिया के बाहर की अन्य विरोधी एजेंसियों के सदस्य मदद और बढ़ावा दे रहे हैं।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘उम्मीद है कि न केवल अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा बल्कि इस प्रकार की और कोशिशों को रोकने के लिए उपयुक्त कार्रवाई भी की जाएगी।’’

इसके अलावा, आयोग ने मेलबर्न और सिडनी में तथाकथित जनमत संग्रह को लेकर चिंता व्यक्त की है, जिसकी घोषणा प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ ने की है। उच्चायोग ने ऑस्ट्रेलिया सरकार से अनुरोध किया है कि ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के सदस्यों और उनकी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और भारत की क्षेत्रीय अखंडता, सुरक्षा एवं राष्ट्रीय हित के लिए हानिकारक गतिविधियों के लिए ऑस्ट्रेलियाई क्षेत्र के उपयोग की अनुमति नहीं दी जाए। नयी दिल्ली में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग ने भी घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इन मामलों की जांच की जा रही है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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