भारत इजराइल एक दूसरे के अहम साझेदार: इजराइली राजदूत
भारत में इजराइल के राजदूत डेनियल कारमॉन ने कहा कि भारत और इजराइल तेजी से एक दूसरे के अहम साझेदार बन गए हैं और दोनों देशों के बीच समानताएं उन्हें प्रतिस्पर्धी के बजाय एक दूसरे के अनुकूल बनाती हैं।
नयी दिल्ली। भारत में इजराइल के राजदूत डेनियल कारमॉन ने कहा कि भारत और इजराइल तेजी से एक दूसरे के अहम साझेदार बन गए हैं और दोनों देशों के बीच समानताएं उन्हें प्रतिस्पर्धी के बजाय एक दूसरे के अनुकूल बनाती हैं। कारमॉन ने कहा कि यह दोनों के बीच बढ़ती साझेदारी को पारस्परिक जरूरत बनाता है और इजराइल भारत का भरोसेमंद प्रौद्योगिकी साझेदार बन गया है। राजदूत ने कहा कि भारत तेजी से इजराइल का अहम साझेदार बन रहा है। इसी तरह से इजराइल भारत का महत्वपूर्ण सहयोगी बन रहा है। इन दोनों के बीच कई समानताएं हैं जो हमें प्रतिस्पर्धी के बजाए एक दूसरे के अनुकूल बनाती हैं। वह यहां आयोजित भारत - इजराइल नवोन्मेष कोनक्लेव को संबोधित कर रहे थे। कारमॉन ने कहा ‘‘ भारत और इजराइल के रिश्तों को देखिए , समूचे भारत में कृषि परियोजनाएं जैसे दर्जनों उत्कृष्टता के केंद्र स्थापित करने से लेकर रक्षा (उपकरण) विनिर्माण , इजराइली प्रौद्योगिकी की मदद से यमुना नदी को साफ करने तक , इजराइल भारत का भरोसेमंद प्रौद्योगिकी साझेदार साबित हो रहा है। इजराइल के आर्थिक विकास का आधार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को बताते हुए कारमॉन ने कहा कि प्रौद्योगिकी क्षमताओं के बिना वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करना नामुमकिन है। बीते सालों में भारत और इजराइल के ताल्लुकात गहरे हुए हैं। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल की यात्रा की थी जबकि इस साल उनके इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू भारत आए थे। कार्यक्रम में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव अशुतोष शर्मा ने कहा कि भारत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में बहुत मजबूत है जिसके संकेत कई वैज्ञानिक प्रकाशनों जैसे विभिन्न उपायों से मिलते हैं।
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