भारत को मजबूत विपक्ष की जरूरत है : श्री श्री रविशंकर

Shri Shri Ravishankar
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‘आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन’ के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘ भारत को एक मजबूत, एक रचनात्मक विपक्ष की जरूरत है। मौजूदा विपक्ष बेहद कमजोर है। विपक्ष में नेतृत्व की कमी के कारण लोकतंत्र, लोकतंत्र जैसा प्रतीत नहीं होता।’’

वाशिंगटन| आध्यात्मिक नेता श्री श्री रविशंकर ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए भारत में एक मजबूत एवं रचनात्मक विपक्ष की आवश्यकता है।

‘आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन’ के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘ भारत को एक मजबूत, एक रचनात्मक विपक्ष की जरूरत है। मौजूदा विपक्ष बेहद कमजोर है। विपक्ष में नेतृत्व की कमी के कारण लोकतंत्र, लोकतंत्र जैसा प्रतीत नहीं होता।’’

उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक देशों को एक मजबूत विपक्ष की जरूरत होती है, लेकिन भारत में इसकी कमी है। उन्होंने कहा, ‘‘ यकीनन, पश्चिम बंगाल ने एक निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव से दिखाया है कि कोई भी पार्टी भारत के संविधान से छेड़छाड़ नहीं कर सकती और न्यायिक तंत्र काफी मजबूत है।

बहरहाल, केंद्र में मजबूत विपक्ष ना होने के कारण, एक मजबूत नेता की छवि से देश निरंकुश दिख सकता है, लेकिन ऐसा असल में है नहीं। हम एक महान लोकतांत्रिक देश हैं।’’ आध्यात्मिक नेता अभी दो महीने की अमेरिकी यात्रा पर हैं। इस दौरान वह कई शहरों की यात्रा कर शांति का संदेश दे रहे हैं और कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद की दुनिया में इसके बढ़ते महत्व से लोगों को अवगत करा रहे हैं। भारत को एक जीवंत लोकतंत्र और उसके चुनाव को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष करार देते हुए रविशंकर ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत विपक्षी दल की आवश्यकता है, जिसकी वर्तमान में कमी है।

रविशंकर ने मंगलवार को सांसदों के एक समूह से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा की। उन्होंने एक दिन पहले डेलावेयर महासभा को संबोधित किया था, जिसमें उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने के तरीकों और शांति कायम करने की जरूरत पर जोर दिया था।

रविशंकर ने 2022 अमेरिकी यात्रा की शुरुआत मियामी से की थी। इसके बाद वह बोस्टन पहुंचे, जहां हार्वर्ड विश्वविद्यालय में भी उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य पर अपने विचार साझा किए।

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