दक्षेस की प्रक्रिया बाधित कर रहा भारतः सरताज अजीज
अजीज ने भारत के बहिष्कार के बाद स्थगित हुए दक्षेस शिखर सम्मेलन की शीघ्र मेजबानी करने की उम्मीद जताते हुए नयी दिल्ली पर इस समूह की प्रक्रियाओं को ‘‘बाधित’’ करने का आरोप लगाया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने भारत के बहिष्कार के बाद स्थगित हुए दक्षेस शिखर सम्मेलन की शीघ्र मेजबानी करने की उम्मीद जताते हुए नयी दिल्ली पर इस समूह की प्रक्रियाओं को ‘‘बाधित’’ करने का आरोप लगाया है। अजीज ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के महासचिव अर्जुन बहादुर थापा के साथ एक बैठक में यह बात कही। थापा शुक्रवार को पाकिस्तान की यात्रा पर आए थे।
विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान नवंबर में 19वें शिखर सम्मेलन के लिए दक्षेस नेताओं का स्वागत करना चाहता था लेकिन जब ‘‘भारत ने दक्षेस की प्रक्रिया को बाधित किया और दक्षेस चार्टर की भावना का उल्लंघन किया’’ तो शिखर सम्मेलन स्थगित कर दिया गया। कार्यालय ने बैठक में हुई बातचीत की जानकारी देते हुए अजीज के हवाले से कहा, ‘‘पाकिस्तान इस्लामाबाद में जल्द से जल्द 19वां दक्षेस शिखर सम्मेलन आयोजित करने को लेकर प्रतिबद्ध है ताकि दक्षेस के तहत क्षेत्रीय सहयोग के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए और अधिक उत्साह से काम किया जाए।’’ उन्होंने दक्षिण एशियाई लोगों के कल्याण, उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने, आर्थिक विकास, सामाजिक उत्थान एवं सांस्कृतिक सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए दक्षेस के तहत क्षेत्रीय सहयोग को लेकर पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई। अजीज ने कहा कि कई रुकावटों एवं चुनौतियों के कारण दक्षेस उस सपने को साकार करने में असफल रहा है जो उसके संस्थापक सदस्यों ने इसके लिए देखा था।
थापा ने कहा कि उनका मानना है कि दक्षेस सचिवालय सभी सदस्य देशों को साथ लाने में अहम भूमिका निभाएगा और क्षेत्र को लाभ पहुंचाने वाली गतिविधियों एवं कार्यक्रम को प्रभावशाली तरीके से लागू करेगा। उन्होंने संगठन के सामने मौजूद कठिनाइयों से पार पाने की आवश्यकता पर बल दिया और उम्मीद जताई कि 19वां दक्षेस सम्मेलन इस्लामाबाद में शीघ्र अति शीघ्र आयोजित किया जाएगा। थापा ने विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी के साथ भी बैठक की। चौधरी ने दक्षेस की प्रक्रिया में थापा के योगदान की सराहना की और संगठन के लक्ष्यों के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई। चौधरी ने कहा कि सदस्य देशों की द्विपक्षीय एवं आंतरिक समस्याओं को संगठन को प्रभावित करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए और दक्षेस की पूरी प्रक्रिया को पटरी पर लाने के लिए जल्द से जल्द 19वें दक्षेस शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाना चाहिए।
विदेश मंत्रालय की ओर से अतिरिक्त सचिव (एशिया प्रशांत) सैयद जुल्फीकार गरदेजी ने महासचिव के लिए भोज आयोजित किया जिसमें दक्षेस के नवनिर्वाचित महासचिव अमजद हुसैन सियाल ने भी भाग लिया। थापा नेपाल के रहने वाले हैं और वह दक्षेस के 12वें महासचिव हैं। उनका कार्यकाल 28 फरवरी को पूरा होगा जिसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में पूर्व विशेष सचिव अमजद हुसैन सियाल दक्षेस के महासचिव के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
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