चंद्रमा पर उतरने की कोशिश को इजराइल के दूत ने बताया गौरवशाली क्षण
‘‘भले ही हमारा यान उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया हो लेकिन हम वहां पहुंच गए। सफलता एक प्रक्रिया है और नाकामी उस प्रक्रिया का महज एक हिस्सा है। इसलिए हमें सपने देखने से डरना नहीं चाहिए।’’
नयी दिल्ली। चंद्रमा की सतह पर उतरने से कुछ ही पल पहले बेरेशीट अंतरिक्षयान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बावजूद इजराइली दूत रॉन मल्का ने यहां कहा कि यह एक गौरवपूर्ण क्षण है कि इजराइल जैसा एक छोटा सा देश वहां पहुंच सका। उन्होंने यह भी कहा कि यह उपलब्धि सिर्फ महाशक्तियों ने हासिल की है। भारत में नियुक्त इजराइल के दूत मल्का ने इस उपलब्धि पर यहां दूतावास में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘भले ही हमारा यान उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया हो लेकिन हम वहां पहुंच गए। सफलता एक प्रक्रिया है और नाकामी उस प्रक्रिया का महज एक हिस्सा है। इसलिए हमें सपने देखने से डरना नहीं चाहिए।’
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मल्का ने कहा कि जो उपलब्धि सिर्फ महाशक्तियों के पास थी उसे हासिल करना इजराइल जैसे छोटे से देश के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है। यह पूछे जाने पर कि क्या इजराइल बेरेशीट का अनुभव भारत के साथ साझा करेगा, मल्का ने कहा कि रणनीतिक साझेदार के तौर पर दोनों देश ज्ञान साझा करते हैं। बेरेशीट पर काम 2015 मे शुरू हुआ था।
Israeli spacecraft fails to make historic landing on moon
— ANI Digital (@ani_digital) April 11, 2019
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गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को इजराइली अंतरिक्षयान बेरेशीट का पृथ्वी से संपर्क टूट गया था और यह चंद्रमा की सतह पर उतरने से कुछ ही पल पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस तरह, निजी क्षेत्र से धन प्राप्त प्रथम चंद्र अभियान इतिहास बनाने में नाकाम रहा। साथ ही, इस अभियान को नाकाम घोषित कर दिया गया।
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