प्यूर्तो रीको में जीका के मामले बढ़े, हवाई छिड़काव की अपील
प्यूर्तो रीको में हर दिन 50 गर्भवती महिलाओं के जीका की चपेट में आने पर शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि वह इस क्षेत्र से अपील करते हैं कि हवाई मार्ग से छिड़काव के बारे में विचार हो।
सेन जुआन। प्यूर्तो रीको में हर दिन 50 गर्भवती महिलाओं के जीका की चपेट में आने पर अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि वह इस अमेरिकी क्षेत्र से अपील करते हैं कि वह मच्छर जनित इस वायरस को और अधिक फैलने से रोकने के लिए हवाई मार्ग से छिड़काव के बारे में गंभीरता के साथ विचार करे। यह चेतावनी एक ऐसे समय पर आई है जब प्यूर्तो रिको में यह बहस छिड़ी हुई है कि कीटनाशी ‘नेल्ड’ का धुंआ किया जाए या नहीं। इस प्रस्ताव से इस क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे।
विरोध करने वाले इस कीटनाशी के मानव स्वास्थ्य और वन्य जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंता जता रहे हैं। यूएस सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के निदेशक डॉ. टॉम फ्रीडेन ने बुधवार को बताया कि हवाई मार्ग से छिड़काव इस वायरस से लड़ने के लिए इस द्वीप का सर्वश्रेष्ठ रक्षा उपाय हो सकता है। इस वायरस के कारण माइक्रोसीफेली हो सकता है, जो बच्चों में पाए जाने वाली एक दुर्लभ विसंगति है। इसमें बच्चे असामान्य रूप से छोटे सिर और क्षतिग्रस्त दिमाग के साथ पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि इस द्वीप पर मच्छरों को नियंत्रित करने वाले एकीकृत कार्यक्रम का अभाव है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि अमेरिकी द्वीप के किसी भी हिस्से में प्यूर्तो रीको की तरह जीका का प्रसार होता, तो उन्होंने कई माह पहले छिड़काव कर लिया होता।’’ ‘‘यहां सबसे बड़ा सवाल नजरअंदाज किए जाने का है। यदि हम बच्चों के माइक्रोसीफेली से पीड़ित होकर पैदा होने का इंतजार करते रहेंगे तो बहुत देर हो जाएगी।’’ प्यूर्तो रीको की सरकार के अधिकारी अब भी इस मुद्दे पर बहस कर रहे हैं। बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच कानून निर्माता जन सुनवाई कर रहे हैं। प्यूर्तो रीको में अब तक जीका के लगभग 2400 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 44 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया और एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
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