मादुरो ने वेनेजुएला में तीस दिनों तक नियंत्रित बिजली आपूर्ति की घोषणा की
बिजली संकट बने रहने के कारण सरकार ने यह कठोर उपाय किया है। मार्च में यहां बार-बार बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। देश की पहले से ही खराब अर्थव्यवस्था और रहन-सहन की स्थितियों पर बिजली संकट का बुरा प्रभाव पड़ा है।
काराकस। वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने रविवार को तीस दिनों तक नियंत्रित बिजली आपूर्ति करने की घोषणा की। इससे पहले उनकी सरकार ने कहा था कि देश में बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण काम के घंटों में कटौती की जा रही है और स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाई जा रही हैं। इस बीच, वेनेजुएला के गुस्साये नागरिकों ने बिजली और पानी कटौती के खिलाफ काराकस की सड़कों पर प्रदर्शन किया।
इसे भी पढ़ें: वेनेजुएला में बिजली संकट के कारण ठम हो रहा है काम-काज, स्कूली छुट्टियां बढ़ी
पर्याप्त बिजली नहीं रहने और यहां बिजली संकट बने रहने के कारण सरकार ने यह कठोर उपाय किया है। मार्च में यहां बार-बार बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। देश की पहले से ही खराब अर्थव्यवस्था और रहन-सहन की स्थितियों पर बिजली संकट का बुरा प्रभाव पड़ा है। बिजली की आपूर्ति ऐसे समय में प्रभावित हुई है जब मादुरो और विपक्षी नेता जुआन गुएदो के बीच राजनीतिक टकराव जारी है। गुएदो को अमेरिका और 50 से अधिक देशों ने अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता दी है।
इसे भी पढ़ें: वेनेजुएला पर प्रतिबंध में भारत से मिल रही है मदद: अमेरिका
सरकारी टेलीविजन के साथ बातचीत में मादुरो ने कहा कि उन्होंने बिजली के लिए ‘30-दिन की योजना’ को मंजूरी दी थी। उन्होंने ब्यौरा नहीं दिया कि यह कैसे काम करेगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि जल सेवा की गारंटी पर जोर रहेगा। लचर बुनियादी ढांचे, बिजली ग्रिड में कम निवेश और समुचित रख-रखाव के अभाव के कारण देश में बिजली संकट हो रहा है। रविवार को अधिकारियों ने बिजली कमी के एक अन्य परिणाम के रूप में अन्य उपायों की घोषणा की। संचार मंत्री जॉर्ज रॉड्रिग्स ने सरकारी टेलीविजन से कहा कि बिजली आपूर्ति में स्थिरता बनाए रखन के लक्ष्य से वेनेजुएला की सरकार ने स्कूली गतिविधियों को बंद करने और सार्वजनिक एवं निजी संस्थानों में केवल दोपहर दो बजे तक का कार्यदिवस रखने का निर्णय लिया है।
#EnVivo 📹 | Informamos al pueblo venezolano sobre nuevos avances en la recuperación del Sistema Eléctrico Nacional. https://t.co/4goMACM9z6
— Nicolás Maduro (@NicolasMaduro) April 1, 2019
अन्य न्यूज़