नोबेल विजेता मलाला ने की अपील, कश्मीर में शांति लाने के लिए मदद करे संयुक्त राष्ट्र
यूसुफजई ने कहा कि मैं यूएनजीए के नेताओं और अन्य से कश्मीर में शांति लाने की दिशा में काम करने, कश्मीरियों की आवाज सुनने और बच्चे स्कूलों की ओर लौट सकें, इसमें मदद करने का अनुरोध कर रही हूं। 22 साल की मलाला ने कहा कि वह उन रिपोर्टों से चिंतित हैं जिनमें कहा गया है कि 40 दिन से ज्यादा वक्त से बच्चे स्कूल नहीं जा सके हैं,लड़कियां घर से निकलने में डर रही हैं।
लंदन। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित और पाकिस्तान की शिक्षा अधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ने घाटी में तनाव भरे हालात के बीच संयुक्त राष्ट्र से कश्मीर में शांति लाने और बच्चों को दोबारा स्कूल भेजने में मदद करने की दिशा में काम करने की अपील की। भारत सरकार की ओर से पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और पाबंदियां लगाने के बाद से ही समूची घाटी में आम जनजीवन प्रभावित है। ज्यादातर दुकानें और स्कूल बंद हैं तथा सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद है।
I am asking leaders, at #UNGA and beyond, to work towards peace in Kashmir, listen to Kashmiri voices and help children go safely back to school.
— Malala (@Malala) September 14, 2019
यूसुफजई ने कहा कि मैं यूएनजीए के नेताओं और अन्य से कश्मीर में शांति लाने की दिशा में काम करने, कश्मीरियों की आवाज सुनने और बच्चे स्कूलों की ओर लौट सकें, इसमें मदद करने का अनुरोध कर रही हूं। 22 साल की मलाला ने कहा कि वह उन रिपोर्टों से चिंतित हैं जिनमें कहा गया है कि 40 दिन से ज्यादा वक्त से बच्चे स्कूल नहीं जा सके हैं,लड़कियां घर से निकलने में डर रही हैं।
उन्होंने ट्वीट किया कि मैं कश्मीर में रहने वाली लड़कियों से अभी सीधे बातचीत करना चाहती हूं। कश्मीर में संचार माध्यमों पर पाबंदियों की वजह से लोगों की कहानियां जानने के लिए बहुत से लोगों को काफी काम करना पड़ा। कश्मीरी दुनिया से कटे हुए हैं और वह अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं। कश्मीर को बोलने दो।
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