यात्राओं के लिए पाक पासपोर्ट इस्तेमाल करता था मंसूर
अफगान तालिबान प्रमुख मुल्ला अख्तर मंसूर लगातार विमान यात्राएं करता था और करीब नौ साल से अपनी विदेश यात्राओं के लिए एक पाकिस्तानी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहा था।
कराची। बलूचिस्तान में एक अमेरिकी हवाई हमले में मारा गया अफगान तालिबान प्रमुख मुल्ला अख्तर मंसूर लगातार विमान यात्राएं करता था और करीब नौ साल से अपनी विदेश यात्राओं के लिए एक पाकिस्तानी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहा था। मंसूर बलूचिस्तान के तफतान से क्वेटा आ रहा था तभी उसकी कार पर ड्रोन हमला हुआ जिसमें वह और उसका चालक मारा गया। डॉन न्यूज की खबर के अनुसार जली हुई कार के पास एक पासपोर्ट और एक कंप्यूटराइज्ड राष्ट्रीय परिचय पत्र मिला, उस पर मुहम्मद वली नाम लिखा था। संदेह है कि मंसूर फर्जी यात्रा दस्तावेज रखता था।
पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से नहीं कहा है कि ड्रोन हमले में मारा गया व्यक्ति मंसूर था, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस बात की पुष्टि की है कि मारा गया शख्स तालिबान प्रमुख था जिसकी उम्र 50 से 55 साल के बीच रही होगी। अखबार में जांच एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया कि ‘वली’ लगातार कराची और दुबई तथा ईरान के बीच पाकिस्तान के सीमावर्ती शहर तफतान के रास्ते यात्रा करता था। वह 21 मई को ईरान से तफतान लौटा था और उसी दिन शाम करीब तीन बजे नुश्की जिले के कोचकी इलाके में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया। अधिकारी ने कहा, ‘‘पासपोर्ट अक्तूबर 2016 तक वैध था।’’‘वली’ को क्वेटा से 2002 में भी राष्ट्रीय पहचान पत्र जारी किया गया था और 10 साल की वैधता पूरी होने के बाद उसने कराची से इसका नवीनीकरण कराया था।
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