नर्सिंग के पेशे में पुरुषों भी बना सकते हैं आकर्षक करियर

nursing profession
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Commons

सर्वेक्षण, जो फ्रांस, सिंगापुर, जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील और यूके में किया गया था, ने पाया कि हर चार नर्सों में से लगभग एक पेशा छोड़ने पर विचार कर रही थी। इस इच्छा का केंद्र वह दबाव था जो अत्यधिक काम करने और कर्मचारियों की कमी के कारण हुआ था।

ऐसा शायद ही कभी हुआ है कि एनएचएस कार्यबल की स्थिति को लेकर इस हद तक सार्वजनिक जागरूकता रही हो। कंसल्टेंसी फर्म मैकिन्से द्वारा 2022 की गर्मियों में किए गए नर्सों के एक वैश्विक सर्वेक्षण ने इस क्षेत्र की खतरनाक स्थिति पर प्रकाश डाला। सर्वेक्षण, जो फ्रांस, सिंगापुर, जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील और यूके में किया गया था, ने पाया कि हर चार नर्सों में से लगभग एक पेशा छोड़ने पर विचार कर रही थी। इस इच्छा का केंद्र वह दबाव था जो अत्यधिक काम करने और कर्मचारियों की कमी के कारण हुआ था।

इंग्लैंड में रॉयल कॉलेज ऑफ नर्सिंग के सदस्यों द्वारा पहली बार की गई हड़ताल के परिणामस्वरूप यह एक ऐसी स्थिति है जिस पर ब्रिटेन में व्यापक रूप से चर्चा हुई है। एनएचएस डिजिटल के डेटा से पता चलता है कि एनएचएस इंग्लैंड में 133,000 से अधिक खाली रिक्तियां हैं, इनमें से तीन रिक्तियों में से एक पंजीकृत नर्सों के लिए है। संकट की सीमा इस तथ्य से रेखांकित होती है कि यह आंकड़ा पिछले वर्ष की समान अवधि में 19 प्रतिशत बढ़ा है। बड़ी संख्या में खाली रिक्तियों के कारण एनएचएस में नई नर्सों की भर्ती पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक नयी अवधारणा पर विचार किया गया है।

यह एक ऐसा प्रयास है जिससे बहुत मदद मिलेगी यदि यह क्षेत्र पुरुषों के लिए उतना ही आकर्षक हो जितना कि महिलाओं के लिए है। दरअसल, नर्सिंग एंड मिडवाइफरी काउंसिल के आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि ब्रिटेन में पंजीकृत नर्सों में से सिर्फ 11 प्रतिशत ही पुरूष हैं। लिंग संबंधी रूढ़ियां यह कई तरह से मायने रखता है। सबसे पहले, पुरुष अक्सर महिला भूमिकाओं में आवेदन करने या काम करने के दौरान भेदभाव से पीड़ित हो सकते हैं। दरअसल, शोध से पता चला है कि महिला-वर्चस्व वाले क्षेत्रों में नौकरियों के लिए आवेदन करते समय पुरुषों को साक्षात्कार के लिए लगभग 40 प्रतिशत कम बुलाया जाता है।

ये लिंग-आधारित रूढ़ियाँ पांच साल की उम्र में ही उभर आती हैं, जिसमें बच्चे कुछ व्यवसायों को पुरुषों के साथ और अन्य को महिलाओं के साथ जोड़ते हैं - और उन्हें स्थानांतरित करना अविश्वसनीय रूप से कठिन होता है। ऐसा करने के लिए मीडिया और उद्योग और व्यापक जनता के बीच संचार में नर्सों को कैसे चित्रित किया जाता है, इस बारे में पुनर्विचार की आवश्यकता होगी।

हमने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) विषयों का अध्ययन करने वाली और उन उद्योगों में भाग लेने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ाने के प्रयासों में देखा है कि एक मजबूत रोल मॉडल होने से महिलाओं की भागीदारी में काफी वृद्धि होती है। जिस तरह उन प्रयासों से इस रूढ़िवादिता को तोड़ा जा सका है कि विज्ञान और इंजीनियरिंग पुरुष विषय हैं, उसी तरह हमें भी यह दिखाने के लिए ठोस प्रयास की आवश्यकता है कि पुरुष भी नर्सों के रूप में अच्छा कर सकते हैं।

अनुसंधान से पता चलता है कि लिंग मानदंडों के खिलाफ जाने से सामाजिक और भावनात्मक प्रभाव पड़ते हैं, लेकिन जब महिलाएं पुरुषों की नौकरी करती हैं तो महिलाओं के साथ कम दिक्कत होती है, वही स्थिति तब नहीं होती जब पुरुष महिलाओं की नौकरी करते हैं। यह अक्सर पुरुष नर्सों के साथ जुड़ी रूढ़िवादिता के कारण होता है जैसे यदि कोई पुरूष नर्स हो तो उसके बारे में यह मान लिया जाता है कि वह या तो स्त्रीवत है या समलैंगिक (या असफल डॉक्टर)।

न केवल स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र आज एक पुरानी कौशल की कमी का सामना कर रहा है, बल्कि यह भी अनुमान लगाया गया है कि 2031 तक इस क्षेत्र में नौकरियों की संख्या में 13 प्रतिशत की वृद्धि होगी। आने वाले समय में, उम्रदराज होते समाज और स्वास्थ्य सेवा पर अधिक खर्च करने की सामान्य प्रवृत्ति के कारण स्वास्थ्य देखभाल में नौकरियां पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण होने का वादा करती हैं। अगर उद्योग को उन जरूरतों को पूरा करना है तो वह आधी आबादी की अनदेखी नहीं कर सकता।

स्टेम में महिला भागीदारी बढ़ाने के सफल प्रयास कई दृष्टिकोणों की ओर इशारा करते हैं जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी भूमिकाओं में पुरुष भागीदारी के लिए अपनाया जा सकता है। उदाहरण के लिए, स्वास्थ्य सेवा संगठनों और विश्वविद्यालयों को रिक्तियों और प्रशिक्षण के अवसरों के लिए पुरुषों को सक्रिय रूप से लक्षित करना चाहिए। यह अधिक सकारात्मक पुरुष रोल मॉडल प्रदान करने के संयोजन के साथ किया जाना चाहिए। इसकी संभावना को हाल ही के एक एनएचएस अभियान द्वारा उजागर किया गया, जिसके परिणामस्वरूप नर्सों के लिए आवेदन करने वालों में स्कूल छोड़ने वाले लड़कों की रिकॉर्ड संख्या थी।

अभियान का समर्थन अभिनेता चार्ल्स वेन ने किया, जो बीबीसी श्रृंखला कैजुअल्टी में एक नर्स की भूमिका निभा रहे हैं। यह एक ऐसा परिणाम है जिसे इस तरह के अभियानों का समर्थन करने के लिए निवेश के साथ निर्मित करने की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, अमेरिका में, द अमेरिकन एसोसिएशन फॉर मेन इन नर्सिंग उन पुरुषों के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करती है, जिन्होंने नर्सिंग में करियर शुरू किया है, हालांकि यह उत्साहजनक है, पर यह उस स्तर पर नहीं है, जैसा कि स्टेम-संबंधित परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता की पेशकश की गई है।

अधिक पुरुषों को नर्सिंग में लाने से एनएचएस और पूरे समाज दोनों के लिए स्पष्ट लाभ हैं, लेकिन इसे प्राप्त करने के लिए वास्तव में राष्ट्रीय प्रयास की आवश्यकता होगी। हमने दिखाया है कि अधिक महिलाओं को स्टेम में लाने के अभियान के साथ क्या संभव है। अब हमें यह दोहराने की जरूरत है कि पुरुष यह महसूस करें कि नर्सिंग उनके लिए भी एक आकर्षक करियर है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़