मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, छह समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए

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मोदी ने भारत और नेपाल के संबंधों को हिमालय की तरह ‘‘अटल’’ बताया और कहा कि दोनों देशों को मिलकर इन ‘‘स्वाभाविक और नैसर्गिक’’ रिश्तों को हिमालय जितनी ऊंचाई देनी है। यह 2014 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी की नेपाल की पांचवीं यात्रा है।

लुम्बिनी (नेपाल)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी में नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ सोमवार को संस्कृति, शिक्षा, जल विद्युत, सम्पर्क सहित बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की तथा सहयोग के नए क्षेत्रों को तलाशने एवं मौजूदा सहयोग को मजबूत बनाने पर चर्चा की।

दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाने, शिक्षा क्षेत्र में सहयोग एवं पनबिजली क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाओं को लेकर छह समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लुम्बिनी में, नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से द्विपक्षीय वार्ता की। यह हमारी बहुआयामी साझेदारी में जारी सहयोग को मजबूत करने तथा नए क्षेत्रों की तलाश करने का अवसर है।’’

मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों प्रधानमंत्रियों ने आज द्विपक्षीय बैठक में पिछले महीने नयी दिल्ली में हुई चर्चा के संदर्भ में आगे के कदमों के बारे चर्चा की।

इसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने संस्कृति, अर्थव्यवस्था, कारोबार, सम्पर्क, ऊर्जा और विकाससहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत बनाने के कदमों के बारे में विशिष्ट चर्चा की। मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने लुम्बिनी एवं कुशीनगर के बीच ‘‘सिस्टर सिटी’ का संबंध स्थापित करने पर सैद्धांतिक रूप से सहमति जतायी।

दोनों शहर प्रमुख बौद्ध स्थल हैं और दोनों देशों की साझी बौद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हैं। इसमें कहा गया है, ‘‘ दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने हाल के महीनों में बिजली क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया जिसमें उत्पादन परियोजनाओं, बिजली पारेषण आधारभूत ढांचा और बिजली कारोबार का विकास शामिल है। ’’ नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा ने अपने देश में पश्चिमी सेती जल विद्युत परियोजना के विकास के लिये भारतीय कंपनियों को आमंत्रित किया। बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में पन बिजली क्षेत्र के विकास में भारत के समर्थन देने तथा इस संबंध में नयी परियोजनाओं के रास्ते तलाशने के लिये इच्छुक भारतीय हितधारकों को प्रोत्साहित करने का आश्वासन दिया। मंत्रालय ने बताया कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत तथा नेपाल के लोगों को और करीब लाने के लिये शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक आदान प्रदान को और बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री देउबा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में दोपहर के भोज का आयोजन भी किया। 

नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा के निमंत्रण पर मोदी बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को लुम्बिनी पहुंचे। उन्होंने यहां माया देवी मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद देउबा से मुलाकात की। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच शिष्टमंडल स्तर की चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय के अनुसार, बैठक के बाद कुछ समझौते/सहमति पत्र पर हस्तक्षर किये गए। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के बीच डॉ. आम्बेडकर बौद्ध अध्ययन पीठ की स्थापना के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। आईसीसीआर और सीएएनएस त्रिभुवन विश्वविद्यालय के बीच भारतीय अध्ययन पर आईसीसीआर पीठ की स्थापना के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गए। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और काठमांडू विश्वविद्यालय के बीच भी भारतीय अध्ययन पर आईसीसीआर पीठ की स्थापना के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गए।

इसके साथ ही, नेपाल के काठमांडू विश्वविद्यालय तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के बीच भी एक समहति पत्र पर हस्ताक्षर किये गए। दोनों संस्थानों के बीच स्नातकोत्तर स्तर पर संयुक्त डिग्री के लिये समझौता पत्र (एलओए) पर हस्ताक्षर किये गए।

इसके अलावा,, एसजेएनवी लिमिटेड और नेपाल विद्युत प्राधिकार के बीच अरूण4 परियोजना के विकास एवं उसे लागू करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

अपनी यात्रा से पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि नेपाल की उनकी यात्रा का उद्देश्य ‘‘समय की कसौटी पर खरे’’ उतरे दोनों देशों के संबंधों को और गहरा करना है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष जलविद्युत, विकास और संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने को लेकर बनी समझ को आगे बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की और कहा कि वह आज खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भगवान बुद्ध सभी का कल्याण करेंगे और संसार को शांतिपूर्ण व समृद्ध बनाएंगे।

नेपाल के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर दोनों प्रधानमंत्रियों ने गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी में माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की।’’ भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अपनी एक दिवसीय यात्रा के पहले पड़ाव पर प्रधानमंत्री मोदी ने माया देवी मंदिर का दौरा किया। मोदी के साथ देउबा और उनकी पत्नी डॉक्टर आरजू राणा देउबा भी थीं।

प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा के साथ लुम्बिनी मठ क्षेत्र में भारत अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्कृति और विरासत केंद्र के निर्माण के लिए शिलान्यास भी किया। इस केंद्र का निर्माण अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संघ (आईबीसी), नई दिल्ली द्वारा लुम्बिनी डेवलपमेंट ट्रस्ट (एलडीटी) के एक भूखंड पर किया जायेगा।

इसका आवंटन आईबीसी और एलडीटी के बीच मार्च, 2022 में हस्ताक्षरित एक समझौते के तहत आईबीसी को किया गया था। एक दिवसीय नेपाल यात्रा पर यहां पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र और ध्यान कक्ष में बुद्ध जयंती पर 2566वें बुद्ध जयंती समारोह को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साझी विरासत, संस्कृति और आस्था को भारत-नेपाल रिश्तों की ‘‘सबसे बड़ी पूंजी’’ करार देते हुए सोमवार को कहा कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में दोनों देशों की मजबूत होती मित्रता व घनिष्ठता, संपूर्ण मानवता के हित का काम करेगी।

मोदी ने भारत और नेपाल के संबंधों को हिमालय की तरह ‘‘अटल’’ बताया और कहा कि दोनों देशों को मिलकर इन ‘‘स्वाभाविक और नैसर्गिक’’ रिश्तों को हिमालय जितनी ऊंचाई देनी है। यह 2014 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी की नेपाल की पांचवीं यात्रा है।

प्रधानमंत्री और उनका दल उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से भारतीय वायु सेना के एक विशेष हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचा। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने शुक्रवार को बताया था कि मोदी नेपाल के साथ सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए विस्तृत एजेंडे पर देउबा से वार्ता करेंगे, जिनमें जल विद्युत, विकास और संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्र शामिल हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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