कोविड-19 पर ऑनलाइन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में 1.83 लाख से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया: जितेंद्र सिंह

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जितेंद्र सिंह ने कहा कि कोविड-19 के बारे में जानकारी का मंच प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी की संकल्पना पर आधारित है, ताकि अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं को सशक्त बनाया जा सके और उन्हें कोरोना वायरस महामारी का शिकार होने से बचाने के लिए सही प्रकार का ज्ञान दिया जा सके।

नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि ऑनलाइन पाठ्यक्रम के लिए 1.83 लाख से ज्यादा अग्रिम पंक्ति के ‘‘कोविड-19 योद्धाओं’’ ने पंजीकरण कराया है। यह पाठ्यक्रम कोरोना वायरस महामारी से निपटने में उन्हें सशक्त करने के लिए शुरू किया गया है। उन्होंने कहा, एक अनोखे, संभवतः अपनी तरह के पहले प्रयोग में, डीओपीटी (कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग) ने ज्ञान के प्लेटफॉर्म https://igot.gov.in. के माध्यम से अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं को सशक्त बनाने के लिए एक मॉड्यूल शुरू किया है।

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कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन राज्य मंत्री सिंह ने कहा, कोविड-19 महामारी से मुकाबला करने के लिए अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं को प्रशिक्षण और अपडेट देने के लिए एक ऑनलाइन माध्यम की परिकल्पना की गई जो वास्तव में सफलता की एक अनूठी कहानी साबित हुई है। इसका आने वाले समय में संभवत: विभिन्न रूपों में अनुकरण किया जाएगा। कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में सिंह के हवाले से कहा गया है, डीओपीटी के ऑनलाइन कोरोना पाठ्यक्रम को जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिल रही है और इसकी शुरूआत के दो सप्ताह के भीतर, 2,90,000 से अधिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं और 1,83,000 से अधिक उपयोगकर्ताओं ने इसमें पंजीकरण कराया है।

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सिंह ने कहा कि कोविड-19 के बारे में जानकारी का मंच प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी की संकल्पना पर आधारित है, ताकि अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं को सशक्त बनाया जा सके और उन्हें कोरोना वायरस महामारी का शिकार होने से बचाने के लिए सही प्रकार का ज्ञान दिया जा सके। बयान में कहा गया है कि पाठ्यक्रम की प्रशिक्षण सामग्री में कोविड-19 के बारे में मौलिक जानकारी, आईसीयू देखभाल प्रबंधन, संक्रमण की रोकथाम और देखभाल, पीपीई का उपयोग, पृथकवास आदि शामिल है। इसके साथ ही एनसीसी कैडेटों के लिए प्रशिक्षण, कोविड-19 मामलों का प्रबंधन, प्रयोगशाला नमूना संग्रह और जांच, मरीज की मनोवैज्ञानिक देखभाल, महामारी के दौरान शिशु की देखभाल और गर्भावस्थाल में देखभाल भी शामिल हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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