हमारा धैर्य हो गया खत्म, नाटो पूर्व की ओर नहीं करे विस्तार: रूस ने दोहराई अपनी बात

Russia

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारा धैर्य खत्म हो गया है। पश्चिमी देश अभिमान से प्रेरित हैं और अपने दायित्वों और सामान्य ज्ञान के खिलाफ तनाव बढ़ा दिया है।’’ लावरोव ने कहा कि रूस को उम्मीद है कि वाशिंगटन और नाटो अगले सप्ताह उसकी मांगों का लिखित जवाब देंगे।

मास्को। रूस ने शुक्रवार को अपनी यह मांग दोहरायी कि नाटो पूर्व की ओर विस्तार नहीं करेगा, हालांकि यूक्रेन के पास रूसी सेना के जमावड़े के बीच सैन्य गठबंधन द्वारा इसे अस्वीकार कर दिया गया है। रूस ने कहा कि वह पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया के लिए अनिश्चित काल तक इंतजार नहीं करेगा। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को मास्को की मांग का उल्लेख करते हुए कहा कि नाटो यूक्रेन और अन्य पूर्व-सोवियत देशों में न तो विस्तार करेगा और न ही बलों को तैनात करेगा, क्योंकि यह यूक्रेन को लेकर बढ़ते तनाव को कम करने के लिए राजनयिक प्रयासों की प्रगति के लिए आवश्यक है। 

इसे भी पढ़ें: संतुलन बनाए रखने पर अमेरिका का ध्यान, S-400 मिसाइल खरीद मामले में भारत को मिल सकती है CAATSA प्रतिबंधों में छूट 

उन्होंने तर्क दिया कि रूस की सीमाओं के पास नाटो बलों और हथियारों की तैनाती एक सुरक्षा चुनौती है जिसका तुरंत समाधान किया जाना चाहिए। लावरोव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारा धैर्य खत्म हो गया है। पश्चिमी देश अभिमान से प्रेरित हैं और अपने दायित्वों और सामान्य ज्ञान के खिलाफ तनाव बढ़ा दिया है।’’ लावरोव ने कहा कि रूस को उम्मीद है कि वाशिंगटन और नाटो अगले सप्ताह उसकी मांगों का लिखित जवाब देंगे। तनाव के बीच, यूक्रेन ने शुक्रवार को बड़े पैमाने पर साइबर हमले का सामना किया, जिसके कारण कई सरकारी एजेंसियों की वेबसाइट प्रभावित हुईं। 

इसे भी पढ़ें: माली पर प्रतिबंधों के लिए संयुक्त राष्ट्र के समर्थन को रूस और चीन ने बाधित किया 

जिनेवा में इस सप्ताह की वार्ता और ब्रसेल्स में संबंधित नाटो-रूस की बैठक यूक्रेन के पास रूसी सेना के जमावड़े के बीच आयोजित हुई थी। इस जमावड़े पर पश्चिमी देशों को आशंका है कि यह एक आक्रमण की शुरुआतहो सकती है। हालांकि रूस ने अपने पड़ोसी पर हमला करने की योजना से इनकार किया है। उसने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि यूक्रेन और अन्य पूर्व सोवियत देशों में नाटो का विस्तार एक ‘‘लाल रेखा’’ है जिसे पार नहीं किया जाना चाहिए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़