सभी चीनी नागरिकों को सुरक्षा नहीं देंगे; निजी सुरक्षा सेवा लेना बेहतर: akistan's Punjab government

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पेशावर शहर के पुलिस लाइंस क्षेत्र में एक मस्जिद में हुए घातक आतंकी हमले के कुछ दिन बाद बृहस्पतिवार को पंजाब प्रांत के गृह विभाग ने यह निर्देश जारी किया। मस्जिद में हुए विस्फोट में 101 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पुलिसकर्मी थे।

पाकिस्तान के पंजाब में सरकार ने देश में लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बीच प्रांत में रहने वाले चीनी नागरिकों से कहा है कि वह उन सभी को सुरक्षा मुहैया नहीं कराएगी और इसके लिए उन्हें निजी सुरक्षा कंपनियों की सेवा लेनी चाहिए। पेशावर शहर के पुलिस लाइंस क्षेत्र में एक मस्जिद में हुए घातक आतंकी हमले के कुछ दिन बाद बृहस्पतिवार को पंजाब प्रांत के गृह विभाग ने यह निर्देश जारी किया। मस्जिद में हुए विस्फोट में 101 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पुलिसकर्मी थे।

निर्देश में कहा गया है, ‘‘पंजाब गृह विभाग ने प्रांत में रहने वाले या निजी कंपनियों के साथ काम करने वाले चीनी नागरिकों को उनकी सुरक्षा के लिए ए श्रेणी की निजी सुरक्षा कंपनियों की सेवा लेने का निर्देश दिया है।’’ हालांकि, पंजाब सरकार ने स्पष्ट किया कि वह प्रांत में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) और सरकार से संबंधित अन्य परियोजनाओं में काम कर रहे चीनी नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करना जारी रखेगी।

हाल के दिनों में पाकिस्तान में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जिनमें सरकारी और निजी दोनों परियोजनाओं के लिए देश में रह रहे चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया है। चीन देश के अशांत क्षेत्रों में काम करने वाले अपने नागरिकों को पुख्ता सुरक्षा प्रदान करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव डालता रहा है। जुलाई 2021 में ऐसी ही एक बड़ी घटना में, खैबर पख्तूनख्वा के कोहिस्तान जिले में दसू जलविद्युत परियोजना कार्यस्थल पर चीनी कर्मियों को ले जा रही एक बस पर हुए आत्मघाती हमले में दस चीनी नागरिक मारे गए थे और 26 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनमें ज्यादातर इंजीनियर थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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