चरमपंथी समूहों को जड़ से खत्म करे पाकिस्तान: अमेरिका
कश्मीर में हिंसा पर चिंता जाहिर करते हुए अमेरिका ने आज पाकिस्तान से उसकी सरजमीं से संचालित होने वाले सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।
वाशिंगटन। कश्मीर में हिंसा पर चिंता जाहिर करते हुए और 30 लोगों की मौत को ‘‘गंभीर चिंता का विषय’’ बताते हुए अमेरिका ने आज पाकिस्तान से उसकी सरजमीं से संचालित होने वाले सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता एलिजाबेथ ट्रूडिओ ने बताया, ‘‘प्रदर्शनकारियों की मौत को लेकर हम बहुत चिंतित हैं। मेरी समझ से यह संख्या अभी 30 से अधिक है, जो हमारे लिए गंभीर चिंता का विषय है। हम लोग भारत सरकार के लगातार सम्पर्क में बने हुए हैं। हम लोग पाकिस्तान सरकार के साथ भी चर्चा कर रहे हैं।’’
ट्रूडिओ ने बताया, ‘‘हम लोग पाकिस्तान सरकार के साथ भी बहुत स्पष्ट हैं कि उन्हें इन चरमपंथी समूहों, सभी आतंकवादी समूहों और तालिबान को निश्चित तौर पर निशाना बनाना चाहिए और उन्हें जड़ से खत्म करना चाहिए।’’ प्रतिबंधित गुट हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में हालिया हिंसा पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में ट्रूडियो ने यह बातें कहीं। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम लोग सभी पक्षों को एक शांतिपूर्ण समाधान की तलाश की दिशा में प्रयास करने के लिए प्रेरित करेंगे। हमारी समझ से जमीनी हालात बहुत पेचीदा हैं। जो कुछ भी चल रहा है चाहे वह विरोध प्रदर्शन हों या सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई, स्पष्टता के लिहाज से हम इस बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं।’’
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि 26..11 और कई अन्य आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड लश्कर ए तैयबा प्रमुख हाफिज सईद की गतिविधियों को लेकर अमेरिका की चिंता बनी हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने बयान देखा है। हमें अब भी उसकी गतिविधियों को लेकर चिंता बनी हुई है। ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति’ ने उसे सूचीबद्ध किया है। वह ‘रिवॉर्डस फॉर जस्टिस प्रोग्राम’ में भी नामित है। लश्कर ए तैयबा और सईद दोनों को अमेरिकी सरकार ने आतंकवादी के तौर पर सूचीबद्ध किया है।’’
अन्य न्यूज़