पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के लिए मजबूती से आवाज उठाने वाले आई ए रहमान का निधन
भारत में जन्मे मशहूर पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता रहमान का निधन हो गया है।डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, विभाजन से पहले भारत के हरियाणा राज्य में वर्ष 1930 में रहमान का जन्म हुआ था। पेशे से पत्रकार रहे रहमान अपने 65 वर्ष के करियर में विभिन्न अखबारों में संपादक रहे।
लाहौर। भारत में जन्मे मशहूर पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता एवं मैगसायसाय पुरस्कार विजेता आई ए रहमान का सोमवार को लाहौर में निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। उनके परिवार के सूत्रों ने यह जानकारी दी। भारत-पाकिस्तान के बीच शांतिपूर्ण रिश्तों के पक्षधर रहे रहमान पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं और ईसाइयों के लिए मजबूती से आवाज उठाते रहे। डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, विभाजन से पहले भारत के हरियाणा राज्य में वर्ष 1930 में रहमान का जन्म हुआ था। पेशे से पत्रकार रहे रहमान अपने 65 वर्ष के करियर में विभिन्न अखबारों में संपादक रहे।
इसे भी पढ़ें: अमेरिका में ट्रैफिक सिग्नल पर अश्वेत अधिकारी से दुर्व्यवहार, गवर्नर ने समीक्षा का निर्देश दिया
वह पाकिस्तान-भारत पीपुल्स फोरम के संस्थापक सदस्य भी थे। रहमान के परिवार के मुताबिक, वह मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे। पिछले कुछ दिनों से उनकी सेहत काफी बिगड़ गई थी। रहमान के तीन बेटे वं दो बेटियां हैं। वहीं, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सांसद एवं रहमान की मित्र शेरी रहमान ने कहा कि मानवाधिकार कार्यकर्ता का निधन कोविड-19 के कारण हुआ। पाकिस्तान के कई नेताओं, पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने रहमान के निधन पर शोक जताया।
अन्य न्यूज़