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भूटान में भी चलेगा भारत का रुपे कार्ड, 10 सहमति करार पर हुए हस्ताक्षर
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- अगस्त 18, 2019 10:35
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हमने गहन चर्चा की, जिसमें हमने भारत और भूटान के बीच संबंधों पर विचार-विमर्श किया। हमारे राष्ट्रों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और बेहतर बनाने की बहुत गुंजाइश है।
थिम्पू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के अपने समकक्ष लोतै शेरिंग से शनिवार को विभिन्न विषयों पर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय भागीदारी को और प्रगाढ बनाने के कदमों पर चर्चा की। दोनों देशों ने अपने संबंधों में नयी ऊर्जा का संचार करने के लिए 10 सहमति करार पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘हमने गहन चर्चा की, जिसमें हमने भारत और भूटान के बीच संबंधों पर विचार-विमर्श किया। हमारे राष्ट्रों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और बेहतर बनाने की बहुत गुंजाइश है।’ मोदी दूसरी बार भूटान आए हैं और इस साल मई में फिर से निर्वाचित होने के बाद उनकी यह पहली यात्रा है। उन्होंने 740 मेगावाट के मांगदेछू पनबिजली ऊर्जा संयंत्र का शुभारंभ किया तथा भारत-भूटान पनबिजली सहयोग के पांच दशक पूरे होने के उपलक्ष्य में टिकट भी जारी किए।
ऐतिहासिक सिमटोखा जोंग स्थल पर अपने भूटानी समकक्ष के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि मैं दूसरे कार्यकाल के आरंभ में भूटान आकर बहुत खुश हूं। दोनों देशों ने अंतरिक्ष अनुसंधान, विमानन, आईटी, ऊर्जा और शिक्षा के क्षेत्र में 10 सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। भूटान को भारत का ‘‘विशेष मित्र’’ करार देते हुए मोदी ने कहा कि भारत और भूटान के बीच संबंध दोनों देशों के लोगों की प्रगति, समृद्धि और सुरक्षा के साझा हितों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि आज हमने मांगदेछू परियोजना के शुभारंभ के साथ इस यात्रा का एक और मील का पत्थर हासिल किया है। दोनों देशों के सहयोग से भूटान में पनबिजली उत्पादन की क्षमता 2000 मेगावाट को पार कर गयी है। मैं आश्वस्त हूं कि हम बहुत तेजी से अन्य परियोजनाओं को भी आगे ले जाएंगे।
मोदी ने शब्दरूंग नामग्याल द्वारा 1629 में निर्मित सिमटोखा जोंग में खरीदारी कर रूपे कार्ड की भी शुरुआत की। सिमटोखा जोंग भूटान में सबसे पुराने स्थलों में एक है और यह मठ और प्रशासनिक मामलों का केंद्र है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आज बहुत खुश हूं, हमने भूटान में रूपे कार्ड की शुरूआत की है। इससे डिजिटल भुगतान और व्यापार तथा पर्यटन में हमारे संबंध और आगे बढ़ेंगे। हमारी साझा आध्यात्मिक धरोहर और लोगों के बीच मजबूत आपसी संपर्क हमारे संबंधों की कुंजी हैं। दक्षेस मुद्रा स्वैप प्रारूप के तहत भूटान के लिए मुद्रा स्वैप सीमा बढाने पर मोदी ने कहा कि भारत का रूख ‘सकारात्मक’ है। विदेशी विनिमय जरूरत पूरा करने के लिए वैकल्पिक स्वैप व्यवस्था के तहत भूटान को अतिरिक्त 10 करोड़ डॉलर उपलब्ध होगा।
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दोनों नेताओं ने भारत के नेशनल नॉलेज नेटवर्क और भूटान के ड्रूक रिसर्च एंड एजुकेशन नेटवर्क के बीच अंतर-सम्पर्क की ई-पट्टिका का भी अनावरण किया। उन्होंने कहा कि भूटान की प्रगति में बड़ा सहयोगी बनना भारत के लिए गौरव की बात है। भूटान की पंचवर्षीय योजना में भारत का सहयोग जारी रहेगा। दोनों नेताओं ने भूटान में दक्षिण एशिया उपग्रह के इस्तेमाल के लिए इसरो के सहयोग के साथ विकसित सैटकॉम नेटवर्क और ग्राउंड अर्थ स्टेशन का भी संयुक्त तौर पर शुभारंभ किया। मोदी ने कहा कि भारत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिए भूटान के विकास को बढावा देने के प्रति कटिबद्ध है। भारत भूटान में संचार, लोक प्रसार और आपदा प्रबंधन कवरेज को बढ़ाएगा। उन्होंने भूटान के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत से रसोई गैस एलपीजी की आपूर्ति हर महीने 700 एमटी से बढ़ाकर 1000 एमटी करने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भूटान में बहु-विषयक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के शेरिंग के सपने को पूरा करने में भी भारत हर मुमकिन मदद करेगा। उन्होंने कहा कि रॉयल भूटान विश्वविद्यालय और भारत के आईआईटी तथा अन्य शीर्ष शैक्षाणिक संस्थानों के बीच तालमेल और संबंध शिक्षा और प्रौद्योगिकी के लिए आज की जरूरतों के अनुरूप है। भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग ने कहा कि भारत और भूटान का आकार भले अलग-अलग हो लेकिन हमारी सोच, मूल्य और प्रेरणा समान हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भूटान के उनके (मोदी) पहले दौरे पर, याद दिलाना चाहूंगा कि मैंने कहा था कि भारत और भूटान इसलिए करीब नहीं है क्योंकि हमारी खुली सीमा है बल्कि इसलिए हैं कि हमारे दिल एक दूसरे के लिए खुले हैं। इस बार आपकी यात्रा दिखाती है कि आपको इसको कितना महत्व देते हैं।’’ मोदी ने सिमटोखा जोंग में एक पौधा भी लगाया।
Called on His Majesty the King of Bhutan. We discussed ways to further deepen partnership between India and Bhutan. pic.twitter.com/yXKC1vHRuK
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2019
जो बाइडेन के शपथ समारोह में हो सकता है हमला, FBI रख रही पैनी नजर
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 18, 2021 12:27
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वाशिंगटन में किसी भीतरी शख्स के हमले की आशंका के बीच एफबीआई जवानों की कड़ी जांच कर रही है।हमले के खतरे के बीच हजारों पुलिस कर्मियों और सुरक्षा एजेंसियों के कर्मियों के साथ-साथ ‘नेशनल गार्ड’ के 25,000 से अधिक जवानों को यहां तैनात किया गया है।
वाशिंगटन।अमेरिका के रक्षा अधिकारियों ने बताया कि उन्हें ऐसी आशंका है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन के शपथ समारोह की सुरक्षा में तैनात कोई जवान या कोई भीतरी शख्स हमला कर सकता है, जिसके बाद एफबीआई ने वाशिंगटन आ रहे सभी जवानों पर नजर रखनी भी शुरू कर दी है। हमले के खतरे के बीच हजारों पुलिस कर्मियों और सुरक्षा एजेंसियों के कर्मियों के साथ-साथ ‘नेशनल गार्ड’ के 25,000 से अधिक जवानों को यहां तैनात किया गया है।
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निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों के अमेरिकी संसद भवन पर छह जनवरी को हुए हिंसक हमले के बाद से ही सुरक्षा कड़ी की गई है। लेकिन अब शहर की सुरक्षा में तैनात कुछ जवानों के नवनिवार्चित राष्ट्रपति तथा नवनिवार्चित उपराष्ट्रपति के लिए खतरा उत्पन्न करने का डर सताने लगा है। सैन्य मामलों के मंत्री रेयान मैककार्थी ने ‘एपी’ को रविवार को बताया कि अधिकारी संभावित खतरे को लेकर सतर्क हैं और सभी कमांडर को शपथ समारोह से पहले उनकी रैंक में किसी भी तरह की समस्या पर गौर करने को कहा है। हालांकि उनका कहना है कि अभी तक किसी तरह के खतरे के कोई संकेत नहीं मिले हैं। मैककार्थी ने कहा कि वह लगातार इस प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं और अभियान में तैनात सभी लोगों पर नजर रखी जा रही है।
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कई अधिकारियों ने बताया कि डीसी में ‘नेशनल गार्ड’ की तैनाती का काम एक सप्ताह से कुछ पहले शुरू किया गया था और यह बुधवार तक पूरा हो जाएगा। मैककार्थी ने कहा, ‘‘ हमें सतर्क रहने की जरूरत है और अभियान से जुड़े सभी पुरुषों और महिलाओं पर पूरी नजर रखने के लिए हमें सभी तंत्रों का इस्तेमाल करने की आवश्यकता है।’’ इससे पहले, एफबीआई ने अपने आंतरिक बुलेटिन में शपथ समारोह से पहले वाशिंगटन डीसी तथा सभी 50 राज्यों के संसद भवनों में हथियारबंद प्रदर्शन की आशंका भी जताई थी। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन 20 जनवरी को कार्यभार संभालेंगे।
भड़काऊ वीडियो पोस्ट करने के बाद ट्विटर ने रिपब्लिकन सांसद के अकाउंट किए बैन
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 18, 2021 12:02
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ट्विटर ने अमेरिका में रिपब्लिकन सांसद के अकाउंट पर रोक लगा दी है। सोशल मीडिया पर उन्होंने कई भड़काऊ वीडियो और कमेंट पोस्ट किए हैं। ग्रीन ने रविवार को एक स्थानीय समाचार को दिए साक्षात्कार का वीडियो पोस्ट किया था।
वाशिंगटन। ट्विटर ने रविवार को रिपब्लिकन सांसद मारजोरी टेलर ग्रीन के अकाउंट पर अस्थायी रोक लगा दी। सांसद के पोस्ट से कथित तौर पर नस्ली विचार और क्यूनन साजिश सिद्धांत के ऑनलाइन समर्थन की झलक मिल रही थी। ग्रीन ने एक बयान में कहा कि उनके अकाउंट को ‘‘बिना कोई विस्तृत जानकारी दिए’’ बंद कर दिया गया। उन्होंने रूढ़िवादी विचारों पर ट्विटर की ‘‘चुप्पी’’ को लेकर भी निंदा की। पेशे से कारोबारी ग्रीन राजनीति में नई हैं। नवंबर में वह जॉर्जिया 14वें डिस्ट्रिक्ट की प्रतिनिधि चुनी गयी थीं।
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सोशल मीडिया पर उन्होंने कई भड़काऊ वीडियो और कमेंट पोस्ट किए हैं। ग्रीन ने रविवार को एक स्थानीय समाचार को दिए साक्षात्कार का वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में वह जॉर्जिया के चुनाव अधिकारियों की निंदा करती दिख रही हैं और राष्ट्रपति चुनाव में धोखाधड़ी के दावों का समर्थन कर रही हैं। ट्विटर ने ग्रीन और अन्य लोगों के ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए संदेश लिखा कि चुनाव में धोखाधड़ी का दावा ‘‘विवाद पैदा करने वाला है और इससे हिंसा की आशंका’’ है। ग्रीन की टीम ने रविवार को ट्विटर के संदेश का स्क्रीनशॉट जारी कर बताया कि कंपनी ने नियमों के उल्लंघन के आरोप में उनके अकाउंट पर 12 घंटे के लिए रोक लगा दी है।
इंडोनेशिया भूकंप से मची तबाही,अब तक 81 की मौत; 800 के करीब लोग घायल
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 18, 2021 11:58
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इंडोनेशिया भूकंप में मृतक संख्या बढ़कर 81 हो गई है।इससे पहले 2018 में पालू शहर में 7.5 तीव्रता का भूकंप और उसके बाद सुनामी आई थी। तब चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
ममूजू (इंडोनेशिया)। इंडोनेशिया में आए 6.2 तीव्रता के भूकंप के बाद घरों और इमारतों के मलबे में दबे लोगों की तलाश का काम सोमवार को बचावकर्मियों ने तेज कर दिया। भूकंप से कम से कम81 लोगों की मौत हुईं है। राष्ट्रीय आपदा मोचन एजेंसी के प्रवक्ता रादित्य जति ने कहा कि भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित ममूजू शहर और सुलावेसी द्वीप पर माजेने में सबसे अधिक बचावकर्मी और स्वयंसेवक तैनात हैं। उन्होंने बताया कि ममूजू में 70 और माजेने में 11 लोगों की मौत हुई है। वहीं करीब 27,850 लोगों का आश्रय स्थलों में रखा गया है।
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800 के करीब लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से करीब आधे लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। ट्रकों के जरिए इलाकों में पानी, खाद्य सामग्री और चिकित्सीय सामग्री पहुंचाई जा रही है। बिजली आपूर्ति तथा फोन संचार सुविधाएं भी धीरे-धीरे बहाल हो रही हैं। जति ने बताया कि माजेने में करीब 1150 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और ममूजू में क्षतिग्रस्त हुए घरों का आंकड़ों एकत्रित किया जा रहा है। इससे पहले 2018 में पालू शहर में 7.5 तीव्रता का भूकंप और उसके बाद सुनामी आई थी। तब चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

