संरा रिपोर्ट में पीओके के उल्लेख का गलत मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए: पाक
पाकिस्तान ने आज कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन के बारे में संयुक्त राष्ट्र की एक रपट में आए उल्लेख का गलत अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आज कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन के बारे में संयुक्त राष्ट्र की एक रपट में आए उल्लेख का गलत अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए। इसकी तुलना कश्मीर से नहीं की जानी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीर तथा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, दोनों में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन पर आज अपनी पहली रिपोर्ट जारी की। साथ ही इसमें अंतरराष्ट्रीय जांच का आह्वान किया गया है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘यह प्रस्ताव 2016 से पाकिस्तान द्वारा इस बारे में किए गए आह्वान के अनुरूप है जबकि भारत ने घोर एवं सुनियोजित उल्लंघनों की जांच की जायज मांगों की लगातार अनदेखी की है।’’ विदेश विभाग ने कहा कि गिलगित - बाल्टिस्तान सहित कश्मीर के पाक प्रशासित हिस्से के बारे में आये सन्दर्भ का उपयोग कश्मीर के लोगों के अधिकारों के उल्लंघन से तुलना कर गलत भावना पनपाने के लिए नहीं होना चाहिए।
बयान में कहा गया कि मानवाधिकार उच्चायुक्त की रिपोर्ट में जम्मू कश्मीर विवाद का अंतिम राजनीतिक समाधान निकालने का सही आह्वान किया गया है। यह समाधान सार्थक वार्ता के जरिये निकाला जाना चाहिए जिसमें कश्मीर के लोग शामिल हों। पाकिस्तान ने कहा कि जम्मू कश्मीर विवाद का स्थायी समाधान दक्षिण एवं इससे भी परे के क्षेत्र की शांति, सुरक्षा एवं स्थिरता के लिए एक अनिवार्य अपरिहार्यता है।
बयान में आरोप लगाया गया, ‘‘भारत द्वारा इस अपरिहार्यता से लगातार इंकार करने, पाकिस्तान के साथ वार्ता में प्रक्रिया में शामिल होने को लेकर उसकी अनिच्छा , कश्मीरी लोगों की स्वतंत्रता की आकांक्षा को कुचलने के कारण क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा खतरे में पड़ गयी है।’’
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