पार्टीगेट : जॉनसन पर अपनी ही पार्टी में इस्तीफे का बढ़ा दबाव, मंत्री प्रधानमंत्री के साथ आ रहे नजर

Boris Johnson
ANI Twitter.

जॉनसन कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान नियमों को तोड़कर डाउनिंग स्ट्रीट और कैबिनेट कार्यालय में की गई पार्टी की घटना से आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने शीर्ष लोकसेवक सू ग्रे द्वारा बुधवार को रिपोर्ट जारी करने के बाद एक बार फिर संसद में अपनी माफी दोहराई।

 लंदन|  पार्टीगेट जांच में सरकार के भीतर नियमों को तोड़ने की संस्कृति उजागर होने के बाद आलोचना का सामना कर रहे प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर इस्तीफा देने का दबाव बृहस्पतिवार को तब और बढ़ गया जब उनकी अपनी कंजर्वेटिव पार्टी के कम से कम दो सांसदों ने सार्वजनिक रूप से उनसे पद छोड़ने की मांग की।

जॉनसन कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान नियमों को तोड़कर डाउनिंग स्ट्रीट और कैबिनेट कार्यालय में की गई पार्टी की घटना से आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने शीर्ष लोकसेवक सू ग्रे द्वारा बुधवार को रिपोर्ट जारी करने के बाद एक बार फिर संसद में अपनी माफी दोहराई।

हालांकि, उनकी इस माफी के बाद विपक्ष ने न केवल जॉनसन से इस्तीफे की मांग की बल्कि उनकी अपनी पार्टी में भी उनके खिलाफ आवाज उठने लगी है और कई सदस्यों ने सार्वजनिक रूप से उनसे इस्तीफे की मांग की है। ऐसे ही सदस्यों में शामिल जुलियन स्टर्डी से बृहस्पतिवार को कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद जॉन बैरन और डेविड सिम्मॉन्ड्स भी जुड़ गए। उन्होंने कहा कि ‘‘अब नए नेतृत्व का समय आ गया है।’’इसके साथ ही सत्तारूढ़ पार्टी में जॉनसन का विरोध करने वाले सांसदों की संख्या 17 हो गई है जबकि पार्टी की शक्तिशाली 1922 समिति द्वारा नए नेतृत्व चुनाव की प्रक्रिया शुरू करने के लिए 54 सांसदों की जरूरत होती है। वहीं, सरकार में मंत्री अपने नेता जॉनसन का बचाव करते नजर आ रहे हैं। यहां तक कि ब्रिटिश चांसलर ऋषि सुनक द्वारा 15 अरब पाउंड का जीवनयापन संकट समर्थक पैकेज की संसद में बृहस्पतिवार को की गई घोषणा के समय को पार्टीगेट से ध्यान हटाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।

डाउनिंग स्ट्रीट के नए चीफ ऑफ स्टाफ स्टीव बार्कले ने बीबीसी से कहा कि इमारत में काम करने वालों लोगों में से ‘‘कुछ ही लोगों’’ने नियम को तोड़ा था और प्रधानमंत्री कार्यालय में पहले ही ‘‘प्रभावी बदलाव’’ कर दिया गया है जिनमें उनकी नियुक्ति शामिल है।

गौरतलब है कि जॉनसन सहित अन्य पर कोरोना वायरस की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर सरकारी कार्यालयों में पार्टी करने का आरोप है। इस मामले को पार्टीगेट करार दिया गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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