वैज्ञानिक बना रहे ऐसा मास्क जो स्क्रींनिंग को छोड़ देगा पीछे, संदिग्ध के संपर्क में आते ही बदलेगा रंग !
कोरोना वायरस के संपर्क में आते ही मास्क अपना रंग तो बदलेगा ही, इसके साथ ही आपको सिग्नल भी देगा। क्योंकि इस मास्क में वैज्ञानिक ऐसे सेंसर लगाएंगे जो वायरस को छूते ही बता देंगे कि संक्रमण का खतरा है या नहीं।
सिग्नल देगा मास्क
कोरोना वायरस की पहचान के लिए लगातार वैज्ञानिक कोई-न-कोई उपकरण और वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। हालांकि अभी तक कोई वैक्सीन सामने तो नहीं आई लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस वायरस से निजात दिलाने वाली वैक्सीन आ जाएगी। वैक्सीन के साथ-साथ वैज्ञानिक अलग किस्म के मास्क भी तैयार कर रहे हैं।
कोरोना वायरस के संपर्क में आते ही मास्क अपना रंग तो बदलेगा ही। इसके साथ ही आपको सिग्नल भी देगा। क्योंकि इस मास्क में वैज्ञानिक ऐसे सेंसर लगाएंगे जो वायरस को छूते ही बता देंगे कि संक्रमण का खतरा है या नहीं।
मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक इस मास्क को तैयार करने में जुटे हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वैज्ञानिक जिम कॉलिंस ने बताया कि जैसे ही कोई कोरोना संदिग्ध व्यक्ति इस मास्क के सामने सांस लेगा, खांसेगा या फिर छींकेगा तो यह मास्क तुरंत ही अपना रंग बदल लेगा और चमकने लगेगा।
जिम कॉलिंस ने कहा कि यह प्रोजेक्ट अभी शुरुआती दौर में है अगर यह सफल रहा तो यह स्क्रीनिंग के दूसरे तरीकों को पीछे छोड़ देगा। बता दें कि यह मास्क कई महीनों तक कमरे के तापमान पर सुरक्षित रखा जा सकता है। यानि कि इसके खराब होने की संभावनाएं कम है लेकिन यह प्रोजेक्ट अभी पूरा नहीं हुआ है।
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