अंतरराष्ट्रीय सहायता क्षेत्र में ‘महामारी’ है यौन उत्पीड़न: ब्रिटिश सांसद
ब्रिटेन में एक संसदीय जांच में पाया गया कि अंतरराष्ट्रीय सहायता क्षेत्र में यौन उत्पीड़न महामारी की तरह फैला हुआ जबकि इसके बारे में भ्रम है कि यह समस्या से निपटने में मदद करता है।
लंदन। ब्रिटेन में एक संसदीय जांच में पाया गया कि अंतरराष्ट्रीय सहायता क्षेत्र में यौन उत्पीड़न महामारी की तरह फैला हुआ जबकि इसके बारे में भ्रम है कि यह समस्या से निपटने में मदद करता है। अंतरराष्ट्रीय विकास समिति के सांसदों के जांच पैनल की इस क्षेत्र में यौन उत्पीड़न पर जारी रिपोर्ट के अनुसार, आत्म नियमन इस मुद्दे से निपटने में पूरी तरह विफल रहा है।
सांसद इस वर्ष की शुरूआत में हैती में वेश्यावृत्ति कांड के खुलासे के बाद सहायता क्षेत्र की जांच कर रहे थे। इस कांड में ब्रिटिश चैरिटी ऑक्सफैम के कर्मचारी शामिल थे। संसदीय रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘यौन उत्पीड़न हो रहा है और यह संगठनों, देशों और संस्थानों में फैला हुआ है।
यह महामारी है और यह लंबे समय से चल रहा है।’’समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि संकट की स्थिति में लोगों और समुदायों को सहायता देने के बदले में उनका यौन उत्पीड़न किया जाता है। इसमें कहा गया है कि उत्पीड़न से निपटने के लिए बना अंतरराष्ट्रीय सहायता क्षेत्र ‘‘प्रतिघातक, विचित्र और निष्क्रिय’’ है।
समिति ने सहायता कर्मचारियों के वैश्विक रजिस्टर बनाने की अपील की है ताकि यौन शिकारियों के मंसूबों को नाकाम किया जा सकें।
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