जैकब जुमा के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई 10 अगस्त तक स्थगित हुई

Zumas

पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा अदालत की अवमानना को लेकर वर्तमान में 15 महीने जेल की सजा काट रहे हैं। देश की शीर्ष अदालत ने उन्हें इस मामले में हाल में सजा सुनायी थी। जुमा द्वारा लगातार भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रहे दल के समक्ष पेश होने में नाकाम रहने के चलते सजा दी गई।

जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के खिलाफ लंबे समय से जारी भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई 10 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई है। उच्च न्यायालय ने सुनवाई टालने के जुमा के अनुरोध को मंगलवार को स्वीकार कर लिया। फ्रांस की प्रमुख रक्षा कंपनी थेल्स की स्थानीय इकाई ने आरोप लगाया है कि जुमा ने दो अरब डॉलर के रक्षा सौदे में कथित अनियमित्ता को लेकर जारी जांच से कंपनी को बचाने के ऐवज में उससे 40 लाख रेंड (अफ्रीकी मुद्रा) की रिश्वत ली। इस कथित घूसकांड में कंपनी भी सह-आरोपी है। जुमा ने इन आरोपों को खारिज किया है।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका ने ड्रोन हमले में मिलिशिया के ट्रक को नष्ट किया : मिलिशिया अधिकारी

पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा अदालत की अवमानना को लेकर वर्तमान में 15 महीने जेल की सजा काट रहे हैं। देश की शीर्ष अदालत ने उन्हें इस मामले में हाल में सजा सुनायी थी। उन्हें सात जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। जुमा द्वारा लगातार भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रहे दल के समक्ष पेश होने में नाकाम रहने के चलते सजा दी गई। जांच आयोग के समक्ष कई गवाहों ने भ्रष्टाचार मामले में जुमा की संलिप्त्ता का दावा किया है। पीटरमारिट्सबर्ग उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पीएट कोएन ने मंगलवार को जुमा की याचिका के मद्देनजर मामले की सुनवाई 10 अगस्त के लिए स्थगित कर दी।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका ने कैदियों की अदला-बदली में देरी का आरोप लगाने को लेकर ईरान पर साधा निशाना

जुमा ने याचिका में कहा कि उनका मुकदमा तब तक के लिए स्थगित कर दिया जाए जब तक कि वह अदालत में व्यक्तिगत रूप से गवाही देने के लिए पेश नहीं हो सकते। 79 वर्षीय नेता ने राष्ट्रीय अभियोजन प्राधिकरण के अभियोजक बिली डाओनर पर उनके प्रति पक्षपाती होने का आरोप लगाते हुए उन्हें मामले से अलग करने का अनुरोध किया। जुमा के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई एक दशक से भी लंबे समय से अदालतों में चल रही है। कानून के जानकारों ने जुमा के इस अनुरोध को सुनवाई को लंबा खींचने का प्रयास करार दिया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़