नए परमाणु रिएक्टर बनाने की योजनाओं को खत्म करेगा दक्षिण कोरिया

[email protected] । Jun 19 2017 1:28PM

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने आज परमाणु रिएक्टर निर्मित करने की सभी योजनाओं को खत्म कर देश को एशिया की परमाणु क्षमताओं से रहित चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया।

सोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने आज परमाणु रिएक्टर निर्मित करने की सभी योजनाओं को खत्म कर देश को एशिया की परमाणु क्षमताओं से रहित चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया। मून ने परमाणु ऊर्जा को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने का अभियान चलाया और सौर एवं पवन ऊर्जा जैसे पर्यावरण के अनुकूल एवं अधिक सुरक्षित स्रोतों को अपनाने की बात कही। मार्च 2011 में आए भीषण भूकंप के दौरान जापान के फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के हादसे से दक्षिण कोरिया के लोगों में उसके अपने परमाणु संयंत्रों को लेकर चिंता उत्पन्न हो गई थी।

मून ने कहा, 'हम अपनी सभी परमाणु केंद्रित ऊर्जा आपूर्ति को खत्म कर और परमाणु रहित युग के लिए अपना दरवाजा खोलेंगे।' उन्होंने कहा, 'मैं नए परमाणु रिएक्टर निर्मित करने की सभी परियोजनाओं को खत्म कर दूंगा और वर्तमान रिएक्टरों के जीवनकाल को भी और नहीं बढ़ाया जाएगा।' मून ने कहा कि कई रिएक्टर खतरनाक रूप से घनी आबादी वाले आवासीय इलाके के समीप स्थित हैं और परमाणु के पिघलने पर इससे अकल्पनीय परिणामों को सामना करना पड़ सकता है।

उन्होंने कहा, 'दक्षिण कोरिया भूकंप के खतरे से सुरक्षित नहीं है और भूकंप से होने वाली परमाणु दुर्घटना का विनाशकारी प्रभाव होगा।' दक्षिण कोरिया फिलहाल 25 परमाणु संयंत्रों का संचालन करता है, जो देश की ऊर्जा आपूर्ति का लगभग 30 प्रतिशत निर्माण करता है। सरकारी परमाणु ऊर्जा एजेंसियों में हाल ही के वर्षों में हुए प्रमुख भ्रष्टाचार, घोटालों और पिछले साल आए सिलसिलेवार भूकंप से प्लांट की सुरक्षा पर सार्वजनिक अविश्वास एवं चिंता उत्पन्न हुई है।

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