ब्रिटेन में त्रिशंकु संसद, टेरीजा मे फिर बनाएंगी सरकार
ब्रिटेन में हुए मध्यावधि चुनाव में जनता ने त्रिशंकु संसद के लिए मतदान किया है और टेरेसा मे की कंजर्वेटिव पार्टी अकेली सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। उनकी पार्टी बहुमत से दूर रह गयी है।
लंदन। ब्रिटेन में हुए मध्यावधि चुनाव में जनता ने त्रिशंकु संसद के लिए मतदान किया है और टेरेसा मे की कंजर्वेटिव पार्टी अकेली सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। उनकी पार्टी बहुमत से दूर रह गयी है। इससे देश में नई अनिश्चितताएं उत्पन्न हो जाएंगी क्योंकि देश इस समय यूरोपीय संघ छोड़ने संबंधी वार्ता की तैयारी कर रहा है। टेरीजा ने दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड की अपनी मैडनहेड सीट पर 37,780 मतों से जीत हासिल की है।
हालांकि इस्तीफा देने की विपक्षी मांग और अटकलों के बीच टेरीजा मे ने कहा कि वह ब्रिटेन में सरकार का गठन करेंगी और ब्रेक्जिट से जुड़ी बातचीत योजना के अनुरूप ही आगे बढ़ेंगी।
सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी ब्रिटेन की 650 सदस्यीय संसद में बहुमत पाने के लिए आवश्यक 326 सीटों का आंकड़ा नहीं छू पाई है। टेरीजा ने कहा कि ब्रिटेन को स्थिरता की आवश्यकता है। टेरीजा ने अपनी सीट पर जीत हासिल करने के बाद अपने भाषण में कहा, ‘‘इस समय, देश को स्थिरता की आवश्यकता है। कंजर्वेटिव पार्टी सबसे अधिक मत हासिल करने की राह पर है और स्थिरता मुहैया कराना हमारा कर्तव्य है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा संकल्प वही है जो हमेशा से था। नतीजे कुछ भी हों, कंजर्वेटिव पार्टी स्थिरता की पार्टी बनी रहेगी।’’
विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन ने भी लंदन की इस्लिंगटन नॉर्थ सीट पर 40,086 मत हासिल करके शानदार जीत हासिल की। इस जीत को ‘‘अद्भुत’’ करार देते हुए उन्होंने टेरीजा मे को ‘‘जाने’’ और उनकी पार्टी के लिए राह बनाने को कहा। सर्वेक्षण के अनुसार कंजर्वेटिव पार्टी को हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत न मिल पाने का अनुमान है। उसे 322 सीटें मिलने का अनुमान है। वर्ष 2015 के आम चुनाव में उसने 331 सीटें हासिल की थीं। लेबर पार्टी को वर्ष 2015 की 232 सीट की तुलना में 261 सीटें मिलने का अनुमान है।
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