टिलरसन ने भारत यात्रा के दौरान संबंध मजबूत करने पर दिया जोर
टिलरसन ने भारत यात्रा के दौरान अमेरिका-भारत साझेदारी बढ़ाने, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा पर भारत के नेतृत्व और ट्रंप प्रशासन की दक्षिण एशिया नीति में उसकी अहम भूमिका पर बातचीत की।
वाशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने भारत की अपनी पहली यात्रा के दौरान अमेरिका-भारत साझेदारी बढ़ाने, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा पर भारत के नेतृत्व और ट्रंप प्रशासन की दक्षिण एशिया नीति में उसकी अहम भूमिका पर बातचीत की। टिलरसन की पहली भारत यात्रा की जानकारी देते हुए विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने यहां कहा कि ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की।
हीथर ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अमेरिका और भारत के अधिकारियों ने अमेरिका-भारत साझेदारी को मजबूत करने, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा पर भारत के नेतृत्व और अमेरिका की दक्षिण एशिया रणनीति में भारत की अहम भूमिका पर चर्चा की।’’ उन्होंने बताया कि टिलरसन ने वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन का भी जिक्र किया। अमेरिका और भारत नवंबर में हैदराबाद में इस सम्मेलन का आयोजन करेंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति की वरिष्ठ सलाहकार और बेटी इवांका ट्रंप उच्चाधिकार प्राप्त प्रतिनिधिमंडल का भारत में नेतृत्व करेंगी। इससे पहले टिलरसन ने अमेरिका पहुंचने से पहले अपनी यात्रा के अंतिम चरण में जिनेवा में संवाददाताओं से कहा कि भारत में उन्होंने दक्षिण एशिया रणनीति और भारत की भूमिका के बारे में ट्रंप प्रशासन का संदेश साझा किया है। टिलरसन ने कहा, ‘‘हम अफगानिस्तान के विकास में भारत के उदार योगदानों के लिए आभारी हैं तथा हम उनकी तरफ से और योगदान की उम्मीद करते हैं।’’ टिलरसन ने बताया कि उन्होंने मोदी, डोभाल और स्वराज के साथ आर्थिक और सुरक्षा के मुद्दों पर व्यापक बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि दोनों लोकतंत्र अपने सामने आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए एक साथ मिलकर काम करें।
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