OIC में पाकिस्तान को मालदीव और UAE से झटका, भारत को मिला समर्थन

OIC में पाकिस्तान
निधि अविनाश । May 29 2020 3:15PM

टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार की रिपोर्ट के अनुसार OIC बैठक में राजनयिकों की हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मालदीव ने साफ कहा था कि भारत के खिलाफ इस्लामोफोबिया का आरोप लगाना बहुत गलत है। इस आरोप से दक्षिण एशिया में धार्मिक सद्भावना को भी काफी नकसान पहुंच सकता है।

हमेशा भारत के खिलाफ आरोप लगाने वाले पाकिस्तान की सारी कोशिशें बेकार साबित होती दिख रही है। हाल ही में पाकिस्तान ने इस्लामोफ़ोबिया के आरोप पर भारत को घेरने की कोशिश की थी जो अब नाकाम होती नजर आ रही है। पाक ने भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में इस्लामिक देशों के संगठन, ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) का एक अनौपचारिक ग्रुप बनाने की कोशिश की थी जिसका कई सदस्यों देशों ने पुरजोर विरोध किया और भारत का साथ दिया। इगंलिश नयूजपेपर द टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार के मुताबिक इसका विरोध करते हुए मालदीव और संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तान के इस नापाक हरकत को नाकाम कर दिया है और पूरी तरह से भारत का साथ दिया है। बता दें कि ये रिपोर्ट पाकिस्तानी अखबार डॉन में भी छपी है।

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टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार की रिपोर्ट के अनुसार OIC बैठक में राजनयिकों की हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मालदीव ने साफ कहा था कि भारत के खिलाफ इस्लामोफोबिया का आरोप लगाना बहुत गलत है। इस  आरोप से दक्षिण एशिया में धार्मिक सद्भावना को भी काफी नकसान पहुंच सकता है। भारत के समर्थन में यूएई ने पाकिस्तान के अनौपचारिक ग्रुप के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि ऐसे किसी समूह को सिर्फ विदेश मंत्रियों के स्तर पर बनाया जा सकता है यानि की इसका फैसला सदस्य देशों के विदेश मंत्री ही ले सकते है।

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अखबार के मुताबिक भारत का समर्थन करते हुए  संयुक्त राष्ट्र में मालदीव की स्थायी प्रतिनिधि थिलमीजा हुसैन ने पाकिस्तान का खुलकर विरोध किया और कहा कि उनका देश इस्लामोफोबिया जैसे किसी भी हिंसा का विरोध करता है और उन्होंने पाकिस्तान को सिर्फ भारत को अकेले निशाने पर लेने का भी विरोध किया और कहा कि सिर्फ एक देश पर इस्लामोफोबिया का आरोप लगना बिल्कुल गलत है। यूएन में मालदीव की स्थायी प्रतिनिधि के साथ-साथ अमेरिका में राजदूत थिलमीजा हुसैन ने ये भी कहा कि सोशल मीडिया पर दिए गए कुछ बयानों और गलत जानकारी फैलाने के अभियानों' को 130 करोड़ लोगों की भावनाओं के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

मालदीव और भारत की दोस्ती

कश्मीर मुद्दे से लेकर  इस्लामोफोबिया जैसे मुद्दे को लेकर मालदीव ने भारत का हमेशा साथ दिया है। पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दे को हमेशा हाईलाइट करने पर भी मालदीव ने लगातार विरोध किया है। 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार द्वारा संविधान के अनुच्‍छेद 370 को खत्‍म करने के ऐतिहासिक फैसले पर भी मालदीव ने भारत का साथ दिया था। 

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