संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी का बयान, लीबिया में जून में कराए जा सकते हैं चुनाव

Libya

संयुक्त राष्ट्र की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह लीबिया को जून तक चुनाव कराने के लिए राजी करने का प्रयास कर रही हैं। देश लंबे वक्त तक शासन करने वाले तानाशाह मुअम्मर कद्दाफी की हत्या और 2011 के निष्कासन के बाद से अपने पहले राष्ट्रपति को निर्वाचित करने की दिसंबर की समय-सीमा चूक गया था।

काहिरा। संयुक्त राष्ट्र की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह लीबिया को जून तक चुनाव कराने के लिए राजी करने का प्रयास कर रही हैं। देश लंबे वक्त तक शासन करने वाले तानाशाह मुअम्मर कद्दाफी की हत्या और 2011 के निष्कासन के बाद से अपने पहले राष्ट्रपति को निर्वाचित करने की दिसंबर की समय-सीमा चूक गया था। लीबिया पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष सलाहकार स्टेफनी विलियम्स ने रविवार देर रात बताया कि देश के 28 लाख मतदाताओं के लिए यह अब भी “बहुत तर्कसंगत और संभव” होगा कि वे जून तक चुनाव कर लें, जो संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से तैयार 2020 रूपरेखा के अनुरूप होगा।

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संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को दी एक रिपोर्ट में कहा कि यह बहुत अहम है कि लीबिया की सभी पार्टियां, “जितना जल्दी संभव हो मुक्त, निष्पक्ष,समावेशी एवं विश्वसनीय राष्ट्रपति एवं संसदीय चुनाव कराने पर ध्यान केंद्रित करें।” लीबिया 24 दिसंबर की तय तारीख पर अपना पहला राष्ट्रपति चुनाव कराने में असफल रहा था जो इस तेल समृद्ध भूमध्य राष्ट्र में दशकों से चले आ रहे संकट को समाप्त करने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के लिए एक बड़ा झटका था। वहीं, एक अन्य रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बताया कि पूरे लीबिया में करीब 12,000 लोगों को 27 जेलों और निरोध केंद्रों में आधिकारिक रूप से हिरासत में रखा गया है जबकि कई हजार लोगों को अवैध तौर पर “अमानवीय” तरीके से रखा गया है।

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रिपोर्ट में गुतारेस ने कहा कि लीबिया में संयुक्त राष्ट्र राजनीतिक मिशन (यूएनएसएमआईएल) का सरकार और अन्य समूहों द्वारा संचालित केंद्रो में मनमानी हिरासत, यातना, यौन हिंसा और अंतरराष्ट्रीय कानून के अन्य उल्लंघनों के मामलों का दस्तावेजीकरण करना जारी है।

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