कतर संकट में ''सबसे बुरी स्थिति को पीछे छोड़ आए हैं हम'': अमेरिका
कतर एवं खाड़ी देशों के बीच संकट को सुलझाने के लिए अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रमुख पक्षकारों के साथ बैठक किए जाने के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस संकट को दूर करने की दिशा में प्रगति की गई है।
वाशिंगटन। कतर एवं खाड़ी देशों के बीच संकट को सुलझाने के लिए अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रमुख पक्षकारों के साथ बैठक किए जाने के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस संकट को दूर करने की दिशा में प्रगति की गई है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नौअर्ट ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं इस संकट को सुलझाने के लिए मिजाज और रूख को आशावान करार दूंगी। यह दर्शाता है कि सबसे बुरी स्थिति को हम पीछे छोड़ आए हैं।' इससे पहले विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल अल-जुबीर से मुलाकात की थी। अदेल की सरकार ने कतर पर चरमपंथी समूहों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए अपनी सीमाएं बंद कर ली हैं।
टिलरसन और अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस रियाद और कतर के बीच उपजे इस संकट को कम करने के लिए फोन पर बातचीत करते रहे हैं। कतर में अमेरिका का एक बड़ा वायुसैन्य अड्डा है। हीदर ने इस बात पर टिप्पणी करने से मना कर दिया कि वाशिंगटन कतर को आतंकवाद का प्रायोजक मानता है या नहीं। उन्होंने इस पर भी कुछ नहीं कहा कि सीमा बंद करना और सऊदी वायुक्षेत्र में कतर के विमानों के आने पर रोक लगाना 'अवरोध' है या नहीं। उन्होंने कहा, 'बस इतनी बात ध्यान में रखें कि हर कोई इस बात पर सहमत है कि ये पक्ष आतंकवाद से निपटने के समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं और यही ध्यान देने की मुख्य बात है।'
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