अमेरिकी सांसदों ने चीन में बढ़ते मानवाधिकार उल्लंघन की निंदा का प्रस्ताव पारित किया
बीजिंग के थियानमेन चौक पर चार जून, 1989 को सीपीसी के खिलाफ विद्रोह और लोकतंत्र की मांग कर रहे छात्रों का नृशंस नरसंहार हुआ था। विरोध प्रदर्शनों में हजारों के मारे जाने की आशंका है।
वॉशिंगटन। अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने चीन के थियानमेन स्क्वेयर नरसंहार की 30वीं बरसी को मान्यता देते हुए और वहां सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) द्वारा बढ़ते मानवाधिकार उल्लंघनों एवं दमन की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। बीजिंग के थियानमेन चौक पर चार जून, 1989 को सीपीसी के खिलाफ विद्रोह और लोकतंत्र की मांग कर रहे छात्रों का नृशंस नरसंहार हुआ था। विरोध प्रदर्शनों में हजारों के मारे जाने की आशंका है।
Today, we call on China to release all those held for seeking to exercise their human rights and fundamental freedoms, to halt the use of arbitrary detention, and to reverse counterproductive policies that conflate terrorism with religious and political expression. #Tiananmen30
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) June 3, 2019
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यह विशाल चौराहा विश्व भर में एक चित्र के साथ प्रसिद्ध हो गया था जहां एक युवा युद्ध तोपों को रोकने के लिए उनके सामने खड़ा है। सीनेट में मंगलवार को पारित किए गए इस प्रस्ताव में नरसंहार में मारे गए लोगों के परिवार, दोस्तों, साथियों एवं सहपाठियों के साथ संवेदना जताते हुए चीनी लोगों के स्वतंत्रता से बोलने एवं सवाल करने की कानूनी आकांक्षाओं को दबाने के लिए हिंसा के प्रयोग की निंदा की गई। साथ ही इसमें चीनी सरकार से थियानमेन चौक नरसंहार की संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्च आयुक्त द्वारा पूर्ण एवं स्वतंत्र जांच कराने की भी मांग की गई है।
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