महिला ने उठाया खौफनाक कदम, खुद ही उखाड़ डाले अपने 11 दांत!

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Saheen khan । Oct 8 2021 12:52PM

क्या कभी सुना है कि किसी ने अपने दांत खुद उखाड़ डालें हों ? डेनिएल वाट्स ने पिछले 3 तीन साल के भीतर खुद के 11 दांत उखाड़ दिए। अब उनकी स्थिति ऐसी है कि वे खुलकर हंसने के लिए तरस गई हैं।

नयी दिल्ली। अक्सर लोगों को दांतों से संबंधित दर्द का सामना करना पड़ता है और कई मामलों में दांतों का दर्द इतना असाहय होता है कि उसके उपचार के लिए दांतों के स्पेशलिस्ट यानी डेंटिस्ट के सुझाव पर ही कोई दवा या दांतों को निकावना आदि कोई ऑपरेशन कराना चाहिए।  लेकिन यदि कोई अपने दांत खुद उखाड़ ले तो ये मामला काफी चौकाने वाला होगा। जी हां, ब्रिटेन की एक 42 साल की महिला को जब दांतों में दिक्कत हुई तो उसने खुद ही अपने दांत उखाड़ फेकें। आइये जानते हैं पूरा मामला- 

महिला को दांत में दर्द की थी शिकायत

ब्रिटेन की एक 42 साल की महिला को जब दांत में दर्द की शिकायत हुई तो उसने डेंटिस्ट के पास न जाकर खुद अपने 11 दांत उखाड़ दिए। ऑनलाइन साइट मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक डेनियल नामक महिला को दांत में दर्द हुआ तो वह अपने इलाके के सरकारी अस्पताल में गई लेकिन वहां जाकर उसे पता चला कि अस्पताल में कोई दांतों का डॉ. नहीं है और उसके पास प्राइवेट डॉक्टर के पास जाने के पैसे नहीं थे। जिसके बाद उसने खुद ये खौफनाक कदम उठाया और अपने 11 दांत उखाड़ फेंके। जो डानियाल को जिंदगी भर का गम दे गया।

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महिला की मुस्कुराहट हुई बंद

प्राइवेट अस्पताल की फीस जानने के बाद महिला समझ गई कि वे इतनी फीस अफॉर्ड नहीं कर सकती थी। इसके बाद महिला ने ये कदम उठाया और पिछले 3 साल के भीतर उसने एक- एक कर अपने 11 दांत उखाड़ दिए। इस हरकत के बाद डेनियल के मुंह में गिने चुने दांत ही बचें हैं।  वे अब खुलकर मुस्कुराने से भी डरती हैं जो देखने में बेहद खराब दिखते हैं। डेनियल इस घटना को अंजाम देने के बाद बताती बैं कि "मेरे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था और ये बहुत दर्दनाक प्रक्रिया थी। इसका दर्द मुझे सहना पड़।" डेनियाल आगे कहती हैं कि दांतों के दर्द के कारण दवाओं पर जिंदगी गुज़र रही थी और लंडन में प्राइवेट डॉक्टर्स की फीस बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में, जिनका बजट कम होता है वे बहुत मुश्किल से अपना इलाज करा पाते हैं। अब ये कदम के बाद वे कहती हैं कि उनका आत्मविश्वास खत्म हो चुका है। सरकारी अस्पताल 6 साल से बंद था जहां दांतों का कोई भी डॉक्टर नहीं था ऐसे में उन्हें ये कदम उठाना पड़ा।

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