पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जरदारी की बहन फर्जी खाता मामले में गिरफ्तार
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने फर्जी बैंकों खातों से कथित रूप से धनशोधन के एक बहुचर्चित मामले में सोमवार को दो नेताओं की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। अदालत ने ब्यूरो को जरदारी और तालपुर को गिरफ्तार करने की अनुमति दे दी।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के शीर्ष भ्रष्टाचार विरोधी निकाय ने फर्जी बैंक खातों के जरिए धनशोधन से जुड़े एक मामले में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बहन को गिरफ्तार किया है। जरदारी की पार्टी पीपीपी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी सरकार की ऐसी ज्यादती के सामने नहीं झुकेगी। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के अधिकारियों ने फरयाल तालपुर (61) को इस्लामाबाद में गिरफ्तार किया। इससे पहले सोमवार को उनके भाई और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष जरदारी को गिरफ्तार किया गया था।
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने फर्जी बैंकों खातों से कथित रूप से धनशोधन के एक बहुचर्चित मामले में सोमवार को दो नेताओं की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। अदालत ने ब्यूरो को जरदारी और तालपुर को गिरफ्तार करने की अनुमति दे दी। उनके पास देश के उच्चतम न्यायालय में अपील करने का विकल्प है। जियो न्यूज ने ब्यूरो के अधिकारियों के हवाले से कहा कि तालपुर को उनके इस्लामाबाद आवास में ही हिरासत में रखा जाएगा। उनके आवास को उप-जेल घोषित किया गया है।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्यूरो 15 जून को तालपुर को अदालत में पेश कर सकता है। इस बीच पीपीपी के अध्यक्ष और जरदारी के पुत्र बिलावल भुट्ठो ने मीडिया से कहा कि उनकी पार्टी सरकार की ज्यादती के सामने नहीं झुकेगी। उन्होंने कहा, ‘‘इस सरकार ने तालपुर को गिरफ्तार कर महिलाओं के सम्मान का अनादर किया है। लेकिन हम ऐसी रणनीति के सामने नहीं झुकने वाले हैं।
Is this marks the end of Zardari era in Pakistani politics? https://t.co/ipORUpDWaN via @@GVS_News
— Moeed Pirzada (@MoeedNj) June 15, 2019
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