कर्नाटक सरकार भ्रष्टाचार में गोल्ड मेडलिस्ट, कांग्रेस नेता सत्ता के नशे में चूर: मोदी

Karnataka govt ''gold medalist'' in graft, Congress leaders ''drunk
[email protected] । May 4 2018 8:28AM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कर्नाटक सरकार भ्रष्टाचार में गोल्ड मेडलिस्ट है और कांग्रेस नेता सत्ता के नशे में चूर है। मोदी ने इस राज्य में आगामी चुनाव से कुछ दिन पहले भाजपा की रैलियों को संबोधित करते हुए ये टिप्पणियां कीं।

बेंगलुरू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कर्नाटक सरकार भ्रष्टाचार में गोल्ड मेडलिस्ट है और कांग्रेस नेता सत्ता के नशे में चूर है। मोदी ने इस राज्य में आगामी चुनाव से कुछ दिन पहले भाजपा की रैलियों को संबोधित करते हुए ये टिप्पणियां कीं। राष्ट्रवाद का मुद्दा उठाते हुए मोदी ने राष्ट्रीय नायकों तथा सेना का अपमान करने पर कांग्रेस की निंदा की। उन्होंने त्रिशंकु विधानसभा के चुनावी विश्लेषकों के पूर्वानुमान को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा अपने दम पर सरकर बनाएगी क्योंकि जनता ने कांग्रेस के अंतिम किले को ढहाने का मन बना लिया है।

जेडीएस को भाजपा की बी टीम कहकर पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा का अपमान करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की निंदा करने के कुछ दिन बाद मोदी ने जनता से देवगौड़ा की पार्टी को अपना वोट देकर इसे ‘‘व्यर्थ’’ नहीं करने का अनुरोध किया और कहा कि यह पार्टी चुनावों में तीसरे स्थान पर रहेगी। खनन घोटाले में कथित रूप से संलिप्त विवादित रेड्डी बंधुओं को भाजपा द्वारा टिकट देने को लेकर विपक्ष के हमले का सामना कर रहे मोदी ने कर्नाटक सरकार पर पलटवार करते हुए उस पर आरोप लगाया कि वह खनन नीति तैयार नहीं करके अवैध खनन को रोकने के केन्द्र के प्रयास को नाकाम कर रही है।

सिद्धरमैया सरकार को ‘सीधा रुपैया सरकार’ बताते हुए मोदी ने बेल्लारी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक आम आदमी अधिकारियों को रिश्वत दिये बिना अपना कोई काम नहीं करा सकता। उन्होंने कुछ समय पहले बेंगलुरू के एक कैफे में एक व्यक्ति की पिटाई करने वाले विधायक एन ए हैरिस के बेटे मोहम्मद नालपाद के संदर्भ में कहा, ‘शहर में खराब कानून व्यवस्था बिना वजह नहीं है। कांग्रेस विधायक के बेटे ने मासूम लोगों की पिटाई की और सरकार ने उन्हें बचाया– उनके नेता सत्ता के नशे में चूर है।’

इससे पहले, मोदी ने कर्नाटक के कलबुर्गी में एक चुनावी रैली में कहा, ‘राष्ट्र नायकों, देशभक्तों और इतिहास को भूलना कांग्रेस में एक परिवार का स्वभाव है। (जवाहरलाल) नेहरू और वी के कृष्ण मेनन ने जनरल (के एस) थिमय्या का अपमान किया जिसके कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने जनरल (के एम) करियप्पा को नजरअंदाज किया।’ सेना के दोनों जनरल कर्नाटक के थे। 

मतदाताओं की देशभक्ति की भावनाओं को जगाने के प्रयास के तौर पर प्रधानमंत्री ने सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा उठाया और दावा किया कि कांग्रेस ने भारतीय सेना के हमले की असलियत पर सवाल उठाया। मोदी ने कहा कि उन्होंने (कांग्रेस ने) सर्जिकल स्ट्राइक की सच्चाई का सबूत मांगा। एक अखबार ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों के शव ट्रक पर ले जाए गए और उन्हें सबूत चाहिए। क्या हमारे सैनिकों को कैमरा या बंदूक लेकर ऐसे अभियानों पर जाना चाहिए?

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