251 रुपये में फोन देने का झांसा देने वाले मोहित गोयल ने अब किया 200 करोड़ का काजू-किशमिश घोटाला

Mohit Goyal
अभिनय आकाश । Jan 13 2021 6:04PM

251 रुपये में लोगों को स्मार्ट फोन का झांसा देने वाले मोहित गोयल ने अब करोड़ों का काजू-किशमिश घोटाला कर दिया। मोहित गोयल ने दुबई ड्राई फ्रूट्स नाम से एक कंपनी बनाई और लोगों को लूटने में लग गया। नोएडा पुलिस ने इस फर्जी कंपनी का भंडाफोड़ करते हुए 2 लोगों मोहित गोयल और ओमप्रकाश जांगिड़ को गिरफ्तार किया।

फ्रीडम यानी आजादी ये शब्द अपने आप में बहुत मायने रखता है। हमारे गणतंत्र की स्वतंत्रता जिसे, आजादी, आत्म-निर्भरता, भाईचारा, साम्प्रदायिक सद्भाव, आर्थिक व सामाजिक विषमताओं में साम्यभाव तथा राजनैतिक स्वातंत्रय आदि पर्याप्त शब्दों में समझ सकते हैं। लेकिन आज बात आजादी की नहीं करेंगे न ही गणतंत्र की। आज बात करेंगे फ्रीडम की लेकिन आजादी वाले फ्रीडम की नहीं बल्कि फ्रीडम 251 वाले मोहित गोयल की। 

आज से करीब पांच साल पहले की बात है सितंबर का महीना था 2015 की नई नवेली कंपनी रिंगिंग बेल कुछ ही महीने में पूरे भारत में चर्चा का विषय बन गई। 18 फरवरी, 2016 को एक वए स्मार्टफोन की घोषणा की। वैसे कोई ऐसी खास फीचर नहीं थी जैसा कि आई-फोन या सैमसंग के हर वर्जन का इंतजार करते हैं। लेकिन इस फोन की खास बात थी इसकी कीमत। मात्र 251 रुपये। वो भी 3 जी स्मार्टफोन था। फोन का नाम था फ्रीडम 251। लोगों ने इसे हाथों-हाथ लिया और तीस हजार के लगभग स्मार्टफोन की बुकिंग हो गई। बाद में पता चला कि ये सारा कंपनी के फाउंडर मोहित गोयल का बनाया फर्जीवाड़ा था। 251 रुपये में लोगों को स्मार्ट फोन का झांसा देने वाले मोहित गोयल ने अब करोड़ों का काजू-किशमिश घोटाला कर दिया। 

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कुछ इस तरह हुआ 200 करोड़ का ड्राई फ्रूट्स फ्राॅड

मोहित गोयल ने दुबई ड्राई फ्रूट्स नाम से एक कंपनी बनाई और लोगों को लूटने में लग गया। नोएडा पुलिस ने इस फर्जी कंपनी का भंडाफोड़ करते हुए 2 लोगों मोहित गोयल और ओमप्रकाश जांगिड़ को गिरफ्तार किया। इनके पास से पुलिस को 2 लक्जरी कार, 3 मोबाइल और 60 किलो ड्राई फ्रूट के सैंपल बरामद हुए। पुलिस के अनुसार शुरुआत में ये लोग देश के तमाम हिस्सों से ट्रेडर्स से ड्राई फ्रूट्स को बाजार से ऊंचे दाम पर खरीदते थे और समय से भुगतान कर उनका भरोसा हासिल करते थे। इसके बाद वह बड़े ऑर्डर देने लगता और 40 प्रतिशत का भुगतान तो बतौर एडवांस पेमेंट कर दिया जाता। बाकी की शेष रकम के लिए कहा जाता कि चेक के जरिये किया जाएगा। लेकिन यहीं से शुरू होता था असली खेल। चेक बैंक पहुंचकर बाउंस हो जाता था। इस तरह ड्राई फ्रूट्स का पूरा ऑर्डर तो ले लेते लेकिन भुगतान नहीं करते। फिर बाजार में इन ड्राई फ्रूट्स को बेचकर पैसा कमाते थे। 

40 शिकायत के बाद एक्शन में पुलिस

नोएडा पुलिस के पास करीब 40 शिकायतें मिली। जिसके बाद नोएडा पुलिस ने कंपनी के खिलाफ एक्शन लिया। ये शिकायतें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों के ट्रेडर्स की ओर से की गई थीं। जिसके बाद एक्शन में आई पुलिस और मोहित गोयल और उसके सहयोगी ओमप्रकाश जानगिद को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से कार, 60 किलो ड्राई फ्रूट आदि बरामद हुए। 

बना रखी है लगील टीम

मोहित गोयल ने एक लीगल टीम बना रखी है। फ्राड किए गए रकम का तीस प्रतिशत हिस्सा लीग टीम को जाता है। बदले में वो मोहित कि जमानत करवा देते हैं और फिर मोहित गोयल अपने अगले जालासाजी की ओर चल पड़ता है। इसके अलावा ठगी का शिकार हुए लोग जो आवाज उठाते हैं उनने खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज करवा उसे तंग करता हैं। 

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फ्रीडम 251 की ठगी

साल 2016 में 251 रुपये के मोबाइल फोन ने देश-दुनिया में सुर्खियां बटोरी थी। हालांकि इसकी घोषणा के वक्त ये भी दावे किए गए थे कि उस वक्त के रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर इस फोन को लांच करेंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लेकिन फ्रीडम 251 के नाम वाली इस फोन की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद इसे बनाने वाली कंपनी रिंगिंग बेल को लेकर तमाम तरह की खबरों ने खलबली मचा दी। नोएडा के सेक्टर 63 में स्थित इस कंपनी ने मोबाइल फोन की ऑनलाइन बुकिंग शुरू की। लेकिन ऑर्डर इतने आ रहे थे कि इसके चलते रिंगिर बेल की वेबसाइट क्रैश हो गई। इस फोन को दुकान से नहीं खरीदा जा सकता था और न ही किसी ऑनलाइन प्लेटफार्म से। इसके लिए तो ग्राहकों को  रिगिंग बेल की वेबसाउट पर ही जाना पड़ता था। बार-बार क्रैश हो रही वेबसाइट के बाद आनन-फानन में लोग बड़ी तादाद में कंपनी के ऑफिस पहुंचे। मोबाइल खरीदने वालों के अलावा इसका डिस्टि्ब्यूशन लेने के लिए भी कई कारोबारी नोएडा स्थित इस कंपनी के चक्कर काटने लगे। सुर्खियों में आई कंपनी इसका फायदा उठाने की कोशिश में लग गई। अभी कंपनी का प्लान रनिंग प्रोसेस में ही था कि कई तरह की खबरें सामने आने लगी। लोगों ने आरोप लगाए कि आॅनलाइन बुकिंग करवाते समय पैसे पेमेंट होने पर भी रसीद नहीं मिली। तभी नेशनल कंज्यूमर फोरम में कंपनी के फर्जी होने की शिकायत की गई। कंपनी ने दावा किया कि 25 लाख फोन बुक किए गए और जल्दी ही सस्ता स्मार्ट टीवी भी लाया जाएगा। इसके साथ ही कंपनी ने जून 2016 तक बुकिंग करवाए लोगों को फोन उपलब्ध करवाने का दावा भी किया। लेकिन लगातार आ रही विवादित खबरों से कंपनी ने प्री-बुक करवाने वाले ग्राहकों से पैसे लौटाने की बात कही। 

21 मार्च को बीजेपी नेता किरीट सोमैया की शिकायत पर रिंगिंग बेल के मालिक मोहित गोयल और अशोक चढ्ढा के खिलाफ नोएडा फेज-3 पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए कंपनी के डायरेक्टर हाई कोर्ट चले गए थे। हाई कोर्ट के आदेश पर मोहित गोयल समेत कंपनी के डायरेक्टरों के पासपोर्ट भी जब्त कर लिए गए।

रिंगिंग बेल के सीईओ मोहित गोयल ने साढ़े सात करोड़ यूनिट की डिलिवरी के लिए प्रधानमंत्री मोदी से सहायता मांगी। गोयल ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर डिजिटल इंडिया पहल के तहत सरकार से 50,000 करोड़ रुपये की मांग भी की। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार मोहित गोयल ने 28 जून को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि हम फ्रीडम 251 लेकर आए हैं जो कैश आन डिलिवरी की शर्तों पर पेश कर रहे हैं। लेकिन बीओएम ( बिल ऑफ मैटेरियल) और ब्रिकी मूल्य को लेकर समस्या है। अत: सरकार से सहयता करने का अनुरोध है। 

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बाद में बीजेपी नेता किरीट सोमैया की शिकायत पर रिंगिंग बेल के मालिक मोहित गोयल और उसके सहयोगी के खिलाफ नोएडा थाने में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए कंपनी के डायरेक्टर हाई कोर्ट चले गए। हाई कोर्ट के आदेश पर मोहित गोयल समेत कंपनी के डायरेक्टरों के पासपोर्ट भी जब्त कर लिए गए। नोएडा क्राइम ब्रांच ने इस पूरे मामले में मोहित को क्लीन चिट दे दी। बाद में डिस्ट्रीब्यूशन में हुए फ्राॅड के चलते मोहित को पुलिस ने पकड़ लिया। 3 महीने जेल में रहने के बाद 2018 में उसे जमानत मिल गई। 

हनीट्रैप का जाल

हिंदी में एक प्रचलित कहावत है आदत से मजबूर होना। जेल से छूटने के बाद मोहित गोयल ने एक कंपनी खोल ली और लोगों के साथ धोखाधड़ी करने लगा। 10 जून 2018 को नेताजी सुभाष पैलेस के एक माॅल से तीन लोगों को पुलिस ने धर दबोचा। ये तीनों हनी ट्रैप रैकेट के सदस्य थे। रैकेट ऐसा कि क्राइम में फंसाता या झूठे आरोप लगाता और फिर ब्लैकमेलिंग के जरिये पैसे बनाता। जानकारी के अनुसार जालसाज महिला ने दिल्ली के पांच कारोबारियों को हनीट्रैप में फंसाया। उस पर गैंगरेप का आरोप लगाकर जेल भी भिजवाया। केस वापस लेने की एवज में 2 करोड़ 40 लाख की डील कर करीब आधी रकम भी वसूल ली। लेकिन 30 लाख लेने के चक्कर में पुलिस ने धर लिया। लेकिन गैंगरेप के मामले को सुलटाने के लिए जो तीन लोग धरे गए उनमें से एक रिंगिंग बेल के मोहित गोयल भी थे।

विदेश से की है पढ़ाई

ठगी के यह नए-नए आइडिया लाने वाला मोहित उच्च शिक्षित है, उसने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी से पढ़ाई की है। जानकारी के अनुसार, मोहित ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट आरसी कॉन्वेंट स्कूल शामली से की। उसने अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री नोएडा की एक निजी यूनिवर्सिटी से प्राप्त की और एमबीए की डिग्री वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी न्यू साउथ वेल्स से हासिल की है। मोहित के पिता की शामली में किराना की दुकान है।

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अब फिर से मोहित गोयल नए मामले में धरे गए हैं। एडीसीपी के अनुसार मोहित ने फर्जीवाड़ा कर करोड़ों की कमाई की है। करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से इसे नोएडा सेक्टर 62 में गेम्स एप बनाने की कंपनी चला रहा है। यह कंपनी एप कंपनी वीआरके गेम्स के नाम से चल रही है। 

नोएडा सेक्टर 62 में कंपनी के दफ्तर में पुलिस को कई डायरियां मिली है। बताया जा रहा है कि इनके जरिये उसके और काले कारनामों के चिट्ठे खुलेंगे।- अभिनय आकाश

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