उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 3,807 नए मामले, 47 और मरीजों की मौत

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अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अब तक 1677 लोगों की मौत इस संक्रमण की वजह से हो चुकी है। शुक्रवार को राज्य में 93,381 नमूने जांचे गये। इस प्रकार अब तक कुल 24,18,809 सैम्पल की जांच की जा चुकी है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से 47 और लोगों की मौत होने के साथ ही शनिवार को मृतकों का आंकडा बढकर 1677 हो गया। अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में उपचाराधीन मरीज 36, 037 हैं जबकि 51,354 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। बीते 24 घंटे में संक्रमण के 3807 नये प्रकरण सामने आये। उन्होंने बताया कि अब तक 1677 लोगों की मौत इस संक्रमण की वजह से हो चुकी है। शुक्रवार को राज्य में 93,381 नमूने जांचे गये। इस प्रकार अब तक कुल 24,18,809 सैम्पल की जांच की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हम लगातार 90 हजार, एक लाख या एक लाख से अधिक जांच कर रहे हैं और ये जांच एंटीजन, आरटीपीसीआर और ट्रूनेट के माध्यम से हो रही है। 

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प्रसाद ने कहा कि टेस्टिंग को और बढाया जाएगा तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अब अधिकांश जनपदों में आन डिमांड टेस्टिंग की व्यवस्था हो गयी है। उन्होंने कहा कि पहले प्रोटोकाल के अनुसार लोगों को चयनित कर टेस्ट करते थे लेकिन अब अगर किसी व्यक्ति को खुद में लक्षण दिखायी पडते हैं तो जो भी हमारे स्टैटिक बूथ हैं, कोई भी व्यक्ति वहां जाकर अपनी जांच करा सकता है। उन्होंने कहा कि जो लोग सेमी पेड या निजी चिकित्सालय की व्यवस्था नहीं चाहते, उनके लिए एल-1, एल-2 और एल-3 कोविड अस्पतालों की व्यवस्था है, जहां एक लाख 51 हजार से अधिक बेड हैं और इलाज नि:शुल्क है। 

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उन्होंने निगरानी का उल्लेख करते हुए कहा कि कुल 41,904 क्षेत्रों में कंटेनमेंट का कार्य हुआ है। इनमें 1,49,31,897 घरों में 7,56,14,060 लोगों का सर्विलांस किया गया है। प्रसाद ने बताया कि शनिवार से विश्व स्तनपान सप्ताह शुरू हुआ है और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इसका शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों और नवजात के लिए स्तनपान अनिवार्य है तथा छह महीने तक छोटे बच्चों को मां के दूध के अलावा और कोई चीज नहीं देना चाहिए। विश्व स्तनपान सप्ताह एक से सात अगस्त तक चलेगा। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में सभी जनपदों में एल-2 स्तर के एक सरकारी चिकित्सालय को विकसित करने का कार्य प्रारंभ हो चुका है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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