असम में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस से टिकट को लेकर 83 उम्मीदवारों ने दिया आवेदन

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कांग्रेस ने कहा कि राज्य में 15 सदस्यीय विपक्षी मंच का हिस्सा होने के नाते पार्टी का लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने का है, इसलिए उसे कुछ सीट पर उम्मीदवार खड़े करने से बचना होगा। परिपत्र के अनुसार, ऐसी सीट के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की शुल्क राशि वापस हो जाएगी। यूनाइटेड अपोजिशन फोरम असम (यूओएफए) का गठन विपक्षी गठबंधन इंडिया के अनुरूप किया गया है। यूओएफए गठबंधन में एजेपी, रायजोर दल, माकपा, भाकपा, जातीय दल-असोम, राकांपा, राजद, जद (यू), तृणमूल कांग्रेस, भाकपा (एमएल) और आप शामिल हैं। यूओएफए ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने के लिए दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया था।

असम के तीन मौजूदा सांसद उन 83 कांग्रेस सदस्यों में शामिल हैं, जिन्होंने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी से टिकट मांगा है। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। नागांव सीट से लोकसभा सदस्य प्रद्युत बोरदोलोई ने इस निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ने की मांग करते हुए आवेदन किया है जबकि बरपेटा से सांसद अब्दुल खालिक ने भी अपना आवेदन दिया है, हालांकि उन्होंने अपनी पसंद की सीट का जिक्र नहीं किया है। लोकसभा में असम की कलियाबोर सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले गौरव गोगोई ने नागांव, काजीरंगा और जोरहाट सीट से अपना आवेदन भेजा है। असम में हुई परिसीमन प्रक्रिया में उनकी सीट समाप्त हो गई है।

कांग्रेस द्वारा साझा की गई सूची के अनुसार, राज्य विधानसभा में विपक्ष के उपनेता रकीबुल हुसैन ने भी नागांव निर्वाचन क्षेत्र के लिए अपना आवेदन दाखिल किया है। राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री हुसैन सामागुरी से विधायक हैं, जो नागांव के अंतर्गत आता है। राज्य कांग्रेस इकाई ने 11 दिसंबर से प्रति आवेदन एक लाख रुपये शुल्क के साथ इच्छुक उम्मीदवारों से भरे हुए आवेदन पत्र स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू की थी। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) द्वारा साझा की गई टिकट के इच्छुक लोगों की सूची के अनुसार, 83 सदस्यों ने पार्टी से टिकट मांगा है, जिनमें से 10 से अधिक महिलाएं हैं। धुबरी निर्वाचन क्षेत्र के लिए सबसे अधिक 13 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जबकि कोकराझार से अब तक केवल दो ही सदस्यों ने आवेदन किया है।

कांग्रेस ने कहा कि राज्य में 15 सदस्यीय विपक्षी मंच का हिस्सा होने के नाते पार्टी का लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने का है, इसलिए उसे कुछ सीट पर उम्मीदवार खड़े करने से बचना होगा। परिपत्र के अनुसार, ऐसी सीट के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की शुल्क राशि वापस हो जाएगी। यूनाइटेड अपोजिशन फोरम असम (यूओएफए) का गठन विपक्षी गठबंधन इंडिया के अनुरूप किया गया है। यूओएफए गठबंधन में एजेपी, रायजोर दल, माकपा, भाकपा, जातीय दल-असोम, राकांपा, राजद, जद (यू), तृणमूल कांग्रेस, भाकपा (एमएल) और आप शामिल हैं। यूओएफए ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने के लिए दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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