आप की स्वाति मालीवाल ने दो बार राज्यसभा सदस्य के रूप में ली शपथ, जानें ऐसा क्यों हुआ
मालीवाल को दोबारा शपथ लेनी पड़ी क्योंकि पहली बार उनके शपथ लेने पर सभापति ने विचार नहीं किया और दोबारा उनका नाम पुकारा। उन्होंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया था जो शपथ का हिस्सा नहीं थे।
आम आदमी पार्टी (आप) नेता और पूर्व डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल के बुधवार को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान एक असामान्य घटना घटी। संसद सत्र के पहले दिन उन्होंने एक नहीं बल्कि दो बार शपथ ली। यह घटना तब सामने आई, जब अपनी प्रारंभिक शपथ के बाद उन्होंने "इंकलाब जिंदाबाद" का नारा लगाया। जवाब में बीजेपी नेता पीयूष गोयल ने आपत्ति जताई, जिसके बाद शपथ रद्द कर दी गई। इसके बाद प्रक्रिया पूरी करने के लिए मालीवाल को एक बार फिर शपथ लेनी पड़ी।
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मालीवाल को दोबारा शपथ लेनी पड़ी क्योंकि पहली बार उनके शपथ लेने पर सभापति ने विचार नहीं किया और दोबारा उनका नाम पुकारा। उन्होंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया था जो शपथ का हिस्सा नहीं थे। राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने कहा कि आज मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है। आज मैंने शपथ ली कि मेरा जीवन देश के लिए समर्पित रहेगा। उन्होंने कहा कि मैं एक कार्यकर्ता हूं और हमेशा एक कार्यकर्ता रहूंगा। मैं हमेशा जमीनी स्तर से मुद्दे उठाऊंगी। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष के सभी सांसद निलंबित हो जाएंगे तो सरकार से सवाल कौन पूछेगा। इसलिए विपक्षी सांसदों को निलंबित करना दुखद बात है।
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इससे पहले मंगलवार को मालीवाल ने कहा था कि जिस क्षण वह औपचारिक रूप से पद संभालेंगी वह उनके जीवन का "सबसे गहरा" और "महत्वपूर्ण" अवसर होगा। मैं बहुत उत्साहित हूँ। पहली बार सांसद होने के नाते मुझ पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुझे लगता है कि मैं हमेशा एक कार्यकर्ता रहा हूं और आगे भी रहूंगा। मैं जमीनी स्तर के मुद्दों को उठाऊंगा और मैं इसके लिए उत्सुक हूं।" यहां बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले संसद का आखिरी सत्र आज से शुरू हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नवनिर्मित संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करके सत्र का उद्घाटन किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं।
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