दूसरे क्षेत्रों के लोगों को स्वीकारना और सम्मान करना राष्ट्रीय अखंडता का सूत्र है: रिजिजू

रिजिजू

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि घरेलू हिंसा और शिक्षा एवं जागरुकता का अभाव कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनका पूर्वोतर की महिलाएं सामना कर रही हैं।

नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने पूर्वोत्तर के लोगों के सशक्तीकरण के लिए एकीकरण की जरूरत पर जोर देते हुए बुधवार को कहा कि दूसरे क्षेत्र के लोगों को स्वीकारना और उनका सम्मान करना राष्ट्रीय अखंडता का सूत्र है। ‘बड़े शहरों में पूर्वोत्तर की महिलाओं को पेश आ रही चुनौतियां’ विषय परराष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से आयोजित डिजिटल कार्यक्रम में रिजिजू ने यह भी कहा कि गैर सरकारी संगठनों को भी इस क्षेत्र के लोगों का सशक्तीकरण करने के उपायों पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर के लोगों को यह समझना होगा कि जब तक हम खुद पहल नहीं करेंगे और दूसरे क्षेत्रों के लोगों का स्वागत नहीं करेंगे, तब तक सरकार की मदद और प्रधानमंत्री की ओर से पूरा ध्यान देने के बावजूद हम जमीन पर कोई असाधारण परिवर्तन नहीं कर सकेंगे।’’ खेल एवं युवा मामलों के मंत्री ने राष्ट्रीय महिला आयोग से आग्रह किया कि वह नस्ली और सामाजिक भेदभाव की सोच के खिलाफ और लड़ाई लड़े। 

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उन्होंने राज्य सरकारों का आह्वान किया कि वे पूर्वोत्तर क्षेत्र के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि घरेलू हिंसा और शिक्षा एवं जागरुकता का अभाव कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनका पूर्वोतर की महिलाएं सामना कर रही हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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