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कोयला के अवैध परिवहन कर्ताओं के विरुद्ध हुई कार्रवाई
- दिनेश शुक्ल
- दिसंबर 4, 2020 22:07
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यहां कलेक्टर न्यायालय द्वारा कोयला खनिज के अवैध परिवहनकर्ताओं के विरूद्ध खान और खनिज (विकास और विनियमन) की धारा 22 के अंतर्गत सिविल न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए हैं।
बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील एवं शाहपुर अंतर्गत खनिज विभाग द्वारा जांच के दौरान कोयला खनिज का अवैध परिवहन करने पर अवैध परिवहनकर्ताओं के विरूद्ध प्रकरण बनाकर कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत किए गए। यहां कलेक्टर न्यायालय द्वारा कोयला खनिज के अवैध परिवहनकर्ताओं के विरूद्ध खान और खनिज (विकास और विनियमन) की धारा 22 के अंतर्गत सिविल न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए हैं।
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जिन अवैध परिवहनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है उनमें सूरज पुत्र मंडू मर्सकोले निवासी डुल्हारा घोड़ाडोंगरी, सूरज पुत्र मंडू मर्सकोले निवासी डुल्हारा घोड़ाडोंगरी एवं फगन मर्सकोले निवासी डुल्हारा घोड़ाडोंगरी, सूरज पिता मंडू मर्सकोले निवासी डुल्हारा घोड़ाडोंगरी एवं फगन मर्सकोले निवासी डुल्हारा घोड़ाडोंगरी ट्रैक्टर बिना नंबर (मेसी कंपनी) मय ट्राली, सूरज पुत्र मंडू मर्सकोले निवासी डुल्हारा घोड़ाडोंगरी, निर्मला पति अशोक निवासी डकाच्या लसुडिय़ा शाहपुर, अरशद कुरैशी निवासी शाहपुर ग्राम टेमरूमाल घोड़ाडोंगरी, उत्तम विश्वास निवासी शिवसागर चोपना एवं विनोद उइके निवासी गोलईखुर्द चोपना ग्राम गोलईखुर्द घोड़ाडोंगरी ट्रैक्टर बिना नंबर (सोनालिका) मय ट्राली, संतोष पुत्र सूरतराम पंद्राम, हुसैलन पुत्र जिबराइल खान निवासी सारनी एवं अरशद वल्द इरशाद कुरैशी निवासी शाहपुर ग्राम दौड़ी मालवर शाहपुर शामिल हैं।
राहुल गांधी ने PM मोदी पर साधा निशाना, बोले- चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्रों पर कर रहे हैं कब्जा
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 24, 2021 19:28
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पहली बार भारत के लोग देख रहे हैं कि चीन की सेना भारतीय क्षेत्रों पर कब्जा कर रही है। आज हम जब यहां बात कर रहे हैं उस समय हजारों चीनी सैनिक हमारे क्षेत्रों पर कब्जा कर रहे हैं और 56 ईंच सीने वाला व्यक्ति चीन का नाम तक नहीं ले सकता है।
तिरूपुर। तमिलनाडु में अपने प्रचार के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आरोप लगाए कि चीन के सैनिकों ने भारतीय क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है और ‘‘56 ईंच सीना’’ रखने वाले व्यक्ति पड़ोसी देश का नाम तक नहीं ले सकते हैं। तमिलनाडु के तीन दिवसीय दौरे में यहां और पास के इरोड में सभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाए कि मोदी महज पांच या छह उद्यमियों के लिए देश का शासन चला रहे हैं। राज्य में अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। पश्चिमी जिलों में प्रचार अभियान पर निकले गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों, मजदूरों या सूक्ष्म, लघु या मध्यम श्रेणी के उद्यमियों के लिए नहीं है जो देश का भाग्य हैं।
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उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार भारत के लोग देख रहे हैं कि चीन की सेना भारतीय क्षेत्रों पर कब्जा कर रही है। आज हम जब यहां बात कर रहे हैं उस समय हजारों चीनी सैनिक हमारे क्षेत्रों पर कब्जा कर रहे हैं और 56 ईंच सीने वाला व्यक्ति चीन का नाम तक नहीं ले सकता है। यह हमारे देश की हकीकत है।’’ लोगों से खुद को जोड़ने और भाजपा पर प्रहार करने के लिए ‘तमिल और संस्कृति’ का जिक्र करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह दिल्ली में तमिल लोगों का रखवाला बनना चाहते हैं और कहा कि वह भगवा दल को तमिल संस्कृति का अपमान नहीं करने देंगे। एक रोडशो के दौरान कुछ स्थानों पर लोगों को संबोधित करते हुए गांधी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लोगों पर एक संस्कृति और एक थोप रही है और तमिलनाडु को ‘दूसरे दर्जे का स्थान’ बना रही है।
अंग्रेजी में दिए गए भाषण में उन्होंने कहा, ‘‘मैं तमिल भावना और संस्कृति को समझता हूं, स्वीकार करता हूं और उसका सम्मान करता हूं। मैं प्रधानमंत्री और भाजपा को तमिल लोगों का अपमान नहीं करने दूंगा।’’ उनके भाषण का तमिल में अनुवाद किया गया। उन्होंने कहा कि भारत विविध संस्कृतियों, धर्मों और भाषाओं का देश है। गांधी ने कहा, ‘‘...यह देश का संबल है। यह हमारा कर्तव्य है कि इस देश में हर भाषा, संस्कृति और धर्म की रक्षा करें।’’
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मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि तमिलनाडु का उनका दौरा लोगों को अपने ‘मन की बात’ कहने के लिए नहीं है या उन्हें सलाह देने या उन्हें क्या करना चाहिए, इस बारे में बताने के लिए नहीं है बल्कि उनकी बात सुनने के लिए है, उनकी समस्याएं समझने और उनका समाधान करने के लिए है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के इतिहास और से शेष भारत काफी कुछ सीख सकता है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया और परंपरागत संगीत की प्रस्तुति दी। कई लोगों ने उन्हें शॉल भेंट किए जबकि कुछ लोगों ने उन पर पुष्प वर्षा की। एक बुजुर्ग महिला ने आशीर्वाद के रूप में उनके ललाट पर ‘विभूति’ लगाई और कई लोगों ने उनके साथ ‘सेल्फी’ ली। उन्होंने दिवंगत मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे के. कामराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
कोविड-19 टीकाकरण पर झूठ और अफवाह को सही सूचना के जरिए शिकस्त देना होगा: PM मोदी
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 24, 2021 19:22
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘चाहे यह आरोग्य सेतु ऐप या फिर कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के बारे में जागरूकता फैलाना हो, आपके द्वारा किया गया कार्य सराहनीय रहा है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं को लोगों को सही सूचना मुहैया कर कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में सहायता करने के लिए अब आगे आना चाहिए।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों ने कोविड-19 का टीका विकसित कर अपना कर्तव्य पूरा किया और ‘‘अब हमें’’ झूठ तथा अफवाह फैलाने वाले हर नेटवर्क को सही सूचना के जरिए परास्त कर अपना कर्तव्य पूरा करना है। गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने जा रहे एनसीसी कैडेट, एनएसएस स्वयंसेवी और कलाकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह के संगठनों ने हमेशा ही चुनौतीपूर्ण समय से निपटने में अपनी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड के समय में भी, आपके द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है। जब सरकार और प्रशासन को आपकी जरूरत होती है, तब आप स्वयंसेवी के रूप में आगे आते हैं और सहायता करते हैं। ’’
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मोदी ने कहा, ‘‘चाहे यह आरोग्य सेतु ऐप या फिर कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के बारे में जागरूकता फैलाना हो, आपके द्वारा किया गया कार्य सराहनीय रहा है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं को लोगों को सही सूचना मुहैया कर कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में सहायता करने के लिए अब आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘आपको इसे अब अगले मुकाम तक ले जाना है। आपकी पहुंच समाज के सभी हिस्सों में है। कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के साथ देश की सहायता करने के लिए आगे आने का मैं आपसे अनुरोध करता हूं। आपको टीकों के बारे में गरीबों और आम आदमी को सही सूचना मुहैया करनी होगी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस का टीका विकसित कर अपना कर्तव्य पूरा किया और अब हमें अपना कर्तव्य पूरा करना है। झूठ और अफवाह फैला रहे हर नेटवर्क को हमें सही सूचना के जरिए परास्त करना होगा।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भारत महज कुछ लोगों के ऐसा कहने भर से आत्मनिर्भर नहीं बन जाएगा, बल्कि इसे युवाओं के कार्यो द्वारा हासिल करना होगा, जिसके लिए उन्हें आवश्यक कौशल से लैस होना पड़ेगा।
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उन्होंने कहा, ‘‘आप यह कार्य तभी बेहतर तरीके से कर पाएंगे जब आपके पास आवश्यक कौशल होगा। ’’ मोदी ने कहा कि इसके महत्व को समझते हुए कौशल विकास मंत्रालय बनाया गया और अब तक 5.5 करोड़ से अधिक युवाओं ने विभिन्न कौशल का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास प्रशिक्षण का उद्देश्य भारत के युवाओं को उनके कौशल के आधार पर रोजगार के नये अवसर दिलाना है। उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ पर एक बार फिर से जोर देते हुए कहा कि यह एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना से और मजबूत होगा।
राजपथ पर जब आप भारत की समृद्ध कला, संस्कृति, परंपरा और विरासत की झांकी दिखाते हैं तो हर देशवासी का माथा गौरव से ऊंचा हो जाता है।
— BJP (@BJP4India) January 24, 2021
गणतंत्र दिवस की परेड भारत की महान सामाजिक, सांस्कृतिक विरासत के साथ ही, हमारी सामरिक ताकत को भी नमन करती है।
- पीएम श्री @narendramodi pic.twitter.com/MXsHr57N3J
उत्तर प्रदेश ने देश में अपने प्रति भावना को बदला, मुख्यमंत्री योगी बोले- हमने खानदानी अपराधियों पर भी लगाई लगाम
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 24, 2021 18:13
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिविल सेवा और एनडीए जैसी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नि:शुल्क कोचिंग कक्षा चलाने की घोषणा की जिसका नाम मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना रखा गया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सिविल सेवा और एनडीए जैसी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नि:शुल्क कोचिंग कक्षा चलाने की घोषणा करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि प्रदेश की पहचान अब दंगाग्रस्त, अपराधग्रस्त प्रदेश की नहीं, बल्कि बेहतर कानून व्यवस्था वाले राज्य के रूप में है। अवध शिल्पग्राम में उत्तर प्रदेश दिवस का उद्घाटन करने के बाद रविवार को आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, हमने केवल पेशेवर अपराधी और माफिया पर ही नहीं बल्कि खानदानी अपराधियों पर भी लगाम लगाया है जिससे (प्रदेश में) निवेश की संभावना बढ़ी है।’’ मुख्यमंत्री ने सिविल सेवा और एनडीए जैसी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नि:शुल्क कोचिंग कक्षा चलाने की घोषणा की जिसका नाम मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना रखा गया है।
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योगी ने कहा, ‘‘बसंत पंचमी से इसकी कक्षाएं शुरू करने की तैयारी है। प्रदेश के सभी 18 मंडल मुख्यालयों पर आयोजित होने वाली भौतिक कक्षाओं में विशेषज्ञों द्वारा छात्रों का मार्गदर्शन किया जाएगा। अधिकारियों के अलावा, विभिन्न विषयों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ भी अतिथि व्याख्याता के तौर पर आमंत्रित किए जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि सिविल सेवा परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा की और बेहतर तैयारी के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी (उपाम) में कोचिंग की व्यवस्था कराई जाएगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के पहले चरण में प्रदेश में सभी 18 मंडल मुख्यालयों पर निःशुल्क कक्षाएं चलेंगी और ऑनलाइन प्रशिक्षण तथा विभिन्न परीक्षाओं के पाठ्यक्रम व परीक्षा प्रणाली आदि के संबंध में अभ्यर्थियों को पूरी जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि मंडल स्तर पर प्रशिक्षण केंद्रों के संचालन व समन्वयन की ज़िम्मेदारी उपाम को दी गई है। उन्होंने कहा कि ये कोचिंग केंद्र युवाओं को नया मंच देंगे और उन्हें उड़ान भरने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 30 हजार छात्रों को सुरक्षित वापस लाया गया। योगी ने कहा कि तब मैंने कहा था कि अब छात्रों को कोचिंग के लिए दूसरे राज्य में नहीं जाना पड़ेगा। उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के चतुर्थ संस्करण पर शुभकामनाएं देते हुए योगी ने कहा कि भारत की संस्कृति और गौरवशाली परंपरा पर गर्व की अनुभूति होती है, उत्तर प्रदेश देश का हृदय स्थल कहलाता है और भारत की संस्कृति, सभ्यता और स्वाधीनता आंदोलन का केंद्र भी रहा है।
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उन्होंने कहा कि अगर समाज के जिम्मेदार लोगों में अपनी परंपरा और संस्कृति को आगे बढ़ाने का भाव नहीं होता है तो समाज दिग्भ्रम की स्थिति में रहता है और इसी स्थिति ने प्रदेश को 70 वर्षों में भटकाव की दिशा में पहुंचा दिया। उत्तर प्रदेश दिवस के आयोजन की कहानी बताते हुए योगी ने कहा, 2017 में जब यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो तत्कालीन राज्यपाल ने हम लोगों के सामने एक प्रस्ताव रखा कि देश के अधिकांश राज्य अपना स्थापना दिवस मनाते हैं और कार्यक्रम के साथ अपनी योजनाओं को आगे लाकर नई पीढ़ी के लिए एक अवसर प्रस्तुत करते हैं। योगी ने कहा कि जब मैंने कैबिनेट के सामने उत्तर प्रदेश दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा तो सहर्ष सहमति मिली और यह आयोजन शुरू हुआ, तभी एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) की अभिनव योजना की भी शुरुआत हुई जो देश की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है और आत्मनिर्भर भारत का जज्बा रखने वाली इस योजना के साथ प्रारंभ हुए उत्तर प्रदेश दिवस को प्रधानमंत्री ने भी सराहा।
समारोह में उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में उत्तर प्रदेश के उद्योग धंधे चौपट हो गये थे लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में अब विकास की गंगा बह रही है। उन्होंने कहा कि महराष्ट्र में उप्र दिवस बहुत पहले से मनाया जा रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश में इसकी शुरुआत तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक की प्रेरणा से मुख्यमंत्री ने कराई। प्रदेश के लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने एक जिला-एक उत्पाद योजना की चर्चा करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। उन्होंने दावा किया योगी के विकास मॉडल पर आने वाले समय में हार्वर्ड जैसे विश्वविद्यालय शोध करेंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने महिला व पुरुष खिलाड़ियों, उद्यमियों, युवाओं, दुग्ध उत्पादकों तथा किसानों को विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया। समारोह में राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन समेत कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश की स्थापना हुई थी। पूर्व राज्यपाल राम नाईक की पहल पर उत्तर प्रदेश दिवस की शुरुआत योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने की थी। इस बार उत्तर प्रदेश दिवस का चौथा संस्करण मनाया जा रहा है।
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम और लीलाधर श्रीकृष्ण की पावन जन्मभूमि का प्रदेश, भारत का हृदय प्रदेश, भारतीय संस्कृति का उद्गम स्थल, उ.प्र. के स्थापना दिवस पर सभी निवासियों को हार्दिक बधाई।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 24, 2021
आइए, हम सभी 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश' की संकल्पना को साकार करने हेतु संकल्पित हों।

