चुनाव बाद संयुक्त मोर्चा जैसी सरकार की संभावना तलाशने में जुटी TRS

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[email protected] । May 7 2019 2:17PM

लोकसभा में टीआरएस के सदन के उपनेता कुमार ने कहा, ‘‘संयुक्त मोर्चा प्रयोग था... कांग्रेस बाहर से समर्थन दे रही थी। इस बार भी इस तरह की स्थिति की संभावना है। इसमें कोई संदेह नहीं है।’

हैदराबाद। टीआरएस के एक प्रमुख नेता ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सहायता से क्षेत्रीय दलों की संयुक्त मोर्चा जैसी सरकार की ही ‘‘एकमात्र संभावना’’ है। करीमनगर से मौजूदा सांसद और टीआरएस अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के विश्वासपात्र बी. विनोद कुमार ने मंगलवार को दावा किया कि क्षेत्रीय पार्टियां भाजपा नीत राजग या कांग्रेस नीत संप्रग से अधिक सीटें जीतेंगी।

लोकसभा में टीआरएस के सदन के उपनेता कुमार ने कहा, ‘‘संयुक्त मोर्चा प्रयोग था... कांग्रेस बाहर से समर्थन दे रही थी। इस बार भी इस तरह की स्थिति की संभावना है। इसमें कोई संदेह नहीं है।’’ लोकसभा चुनाव के नतीजों पर अपने आकलन के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस 100 (सीटों) के आंकड़े को पार करेगी और 120-130 के आंकड़े तक पहुंचना उनके (कांग्रेस) लिए कठिन कार्य होगा। भाजपा निश्चित रूप से 170(सीट) से अधिक नहीं जीत पाएगी।’’

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उनके अनुसार, ‘‘1996 में चुनाव नतीजों के बाद संयुक्त मोर्चा का विचार उभरा, लेकिन आज यहां तक कि नतीजों से पहले (23 मई से पहले) भी मुझे यही उम्मीद है कि इस पर बात अब भी जारी है।’’ कुमार ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि (कांग्रेस के बाहरी समर्थन से) संयुक्त मोर्चा की सरकार की ही एकमात्र संभावना है।’’ टीआरएस पिछले कई महीनों से क्षेत्रीय दलों को मिलाकर गैर-कांग्रेस, गैर-भाजपा संघीय मोर्चे के विचार पर जोर दे रही है।

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