तोमर ने पंजाब सरकार पर किसानों को गुमराह करने का लगाया आरोप, कहा- अध्यादेशों के लागू होने के बाद बढ़ेगी आय
कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उसके शासन में पंजाब ‘दिवालियापन’ की ओर बढ़ रहा है तथा विकास में पिछड़ रहा है।
चंडीगढ़। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शनिवार को पंजाब में कांग्रेस नीत सरकार पर कृषि से संबंधित अध्यादेशों के मुद्दे पर किसानों को गुमराह करने की कोशिश का आरोप लगाया। न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था जारी रहने पर जोर देते हुए तोमर ने कहा कि इन अध्यादेशों के लागू होने के बाद किसानों की आय बढ़ेगी। कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधते हुए तोमर ने कहा कि उसके शासन में पंजाब ‘दिवालियापन’ की ओर बढ़ रहा है तथा विकास में पिछड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में कांग्रेस किसानों का पूरा कर्ज माफ करने और बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के वादे पूरे नहीं कर पाई है।
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तोमर के बयान से कुछ दिन पहले ही राज्य में भाजपा और अकाली दल को छोड़कर बाकी अनेक दलों ने तीनों अध्यादेशों को किसान विरोधी बताते हुए इन्हें वापस लेने की मांग की थी। केंद्र सरकार ने हाल ही में तीन अध्यादेशों को मंजूरी दी थी जिनमें ‘किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश’, ‘किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर समझौता अध्यादेश’ तथा ‘आवश्यक वस्तु (संशोधन) अध्यादेश’ शामिल हैं। भाजपा की पंजाब इकाई द्वारा आयोजित डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए तोमर ने कहा कि किसानों को अभी तक फसलों को अपने दामों पर बेचने की स्वतंत्रता नहीं थी।
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उन्होंने कहा, ‘‘किसानों को मंडी में जाना पड़ता था और लाइसेंस धारक उनकी फसलें खरीदते थे और वे उनकी उपज का दाम तय करते थे।’’ तोमर ने कहा, ‘‘किसानों की क्या गलती है और उन पर इस तरह की पाबंदी क्यों?’’ उन्होंने कहा कि किसान अब अपनी उपज कहीं से भी बेच सकते हैं, चाहे घर हो, खेत हो, वेयरहाउस हो या शीतगृह हो। तोमर ने कहा कि मंडी के बाहर बेचे जाने वाले कृषि उत्पादों की खरीद और बिक्री पर कोई कर नहीं है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस के लोग अध्यादेशों के मुद्दे पर किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
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