जल ट्रेन के नाम पर सियासत कर रहा है केन्द्रः अखिलेश
अखिलेश ने केन्द्र पर पानी के टैंकरों की ट्रेन के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर उसे सूखाग्रस्त बुंदेलखण्ड की मदद करनी है तो हजारों की तादाद में खाली टैंकर भेजे।
फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज केन्द्र सरकार पर पानी के टैंकरों की ट्रेन के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर उसे सूखाग्रस्त बुंदेलखण्ड की मदद करनी है तो हजारों की तादाद में खाली टैंकर भेजे। मुख्यमंत्री फिरोजाबाद पुलिस लाइन स्थित परेड प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार पानी भरी रेलगाड़ी के नाम पर कोरी सियासत कर रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि बुंदेलखंड में झांसी रेलवे स्टेशन पर परसों भेजी गई ट्रेन के टैंकरों में पानी ही नहीं था। उन्होंने कहा कि केंद्र को अगर प्रदेश सरकार की मदद करनी ही है तो वह हजारों की संख्या में पानी के टैंकर उपलब्ध कराये, जिससे गांव-गांव तक पानी की आपूर्ति की जा सके। वैसे तो बुंदेलखंड के बांधों और नहरों में पर्याप्त पानी है। बस उसकी आपूर्ति की सही व्यवस्था बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस पर काम कर रही है। मालूम हो कि सूखाग्रस्त बुंदेलखण्ड की मदद के लिये केन्द्र द्वारा रतलाम से भरे गये पानी से लबालब टैंकर ट्रेन झांसी जिले में भेजे जाने की कुछ मीडिया रिपोर्टों के बाद राज्य सरकार ने इस मदद को ठुकरा दिया था। इसी बीच, ट्रेन के खाली होने की खबर सोशल मीडिया पर गश्त करने लगी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने झांसी के जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिये। पड़ताल में पता लगा कि ट्रेन के टैंकर खाली हैं। अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार गांव तथा शहरों में विकास के बीच संतुलन बनाये रखने पर काम कर रही हैं। जहां शहर में सड़कों तथा अन्य विकास योजनाओं को आकार दिया जा रहा है वहीं गांव में भी सड़कों के किनारे मंडियां व अन्य व्यवसायिक काम्प्लेक्स स्थापित करने की योजनाओं के साथ किसानों को इसका लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
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