कांग्रेस छोड़ने के लिए अखिलेश दास ने मांगी माफी, पार्टी में लौटे
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में आज फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि यह उनकी ‘‘घर वापसी’’ है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में आज फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि यह उनकी ‘‘घर वापसी’’ है। संप्रग-एक के दौरान दास इस्पात मंत्री थे। बाद में वह कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल हो गए थे। पार्टी में उनका स्वागत करते हुए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनके आने से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मदद मिलेगी, खासकर कारोबारी समुदाय की ओर से जिसमें दास का कुछ प्रभाव है।
कांग्रेस मुख्यालय में दास के पार्टी में शामिल होने के बाद आजाद ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि उनके (दास) शामिल होने से कांग्रेस को लाभ और मजबूती मिलेगी। हम पूर्व इस्पात मंत्री अखिलेश दास की वापसी का स्वागत करते हैं। उनका परिवार हमेशा कांग्रेस के साथ रहा है और इसकी विचारधारा से जुड़ा रहा है।’’ आजाद ने कहा, ‘‘वह विमुद्रीकरण के चलते हुई कठिनाइयों के मद्देनजर कारोबारी समुदाय को फिर से कांग्रेस के खेमे में लाने में मदद करेंगे।’’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास के पुत्र अखिलेश दास लखनउ के पूर्व महापौर और तीन बार राज्यसभा सदस्य रहे हैं। वह कांग्रेस के पूर्व सचिव भी रहे हैं। दास ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं अपने पवित्र घर और मंदिर में लौट रहा हूं। मैं सार्वजनिक तौर पर कांग्रेस छोड़ने की अपनी गलती को स्वीकार करता हूं और इस पर खेद प्रकट करता हूं। यह मेरे लिए ‘घर वापसी’ है। मुझे पूरा विश्वास है कि 2019 में राहुल गांधी प्रधानमंत्री होंगे और केवल तभी देश प्रगति करेगा।’’ उन्होंने हालांकि यह पुष्टि नहीं की कि वह आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं। वह दो बार कांग्रेस से और एक बार बसपा से सांसद रहे हैं। दास भारतीय बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं।
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