सर्वदलीय बैठक में जम्मू-कश्मीर में सभी से संवाद की वकालत
हिंसा प्रभावित कश्मीर में असहज करने वाली शांति के बीच एक सर्वदलीय बैठक में राज्य की समस्याओं के समाधान के लिए राष्ट्रीय पहल और ‘‘सभी पक्षों से समावेशी संवाद’’ का आह्वान किया गया।
श्रीनगर। हिंसा प्रभावित कश्मीर में असहज करने वाली शांति के बीच एक सर्वदलीय बैठक में राज्य की समस्याओं के समाधान के लिए राष्ट्रीय पहल और ‘‘सभी पक्षों से समावेशी संवाद’’ का आह्वान किया गया ताकि शांति एवं मेलमिलाप की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा सके। हालांकि, विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की ओर से बुलाई गई इस बैठक का बहिष्कार किया। नेशनल कांफ्रेंस ने बैठक के नतीजे को ‘‘ढकोसला’’ करार देते हुए कहा कि इसमें ऐसा कुछ भी हासिल नहीं हुआ जिससे राज्य के लोगों को राहत मिले।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने पत्रकारों को बताया कि करीब पांच घंटे चली इस बैठक में कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा हुई और संसद के दोनों सदनों में भी हालात पर हुई चर्चा के दौरान जम्मू-कश्मीर के लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित किए जाने का जिक्र किया गया। बैठक में पाकिस्तान के साथ वार्ता प्रक्रिया बहाल करने की जरूरत का भी सुझाव दिया गया। प्रवक्ता ने बताया, ‘‘बैठक में इस राजनीतिक आम राय को एक राष्ट्रीय पहल में बदलने का आह्वान किया गया ताकि जम्मू-कश्मीर और यहां के लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके।’’ उन्होंने कहा कि बैठक में ‘‘सभी पक्षों से समावेशी संवाद’’ का आह्वान किया गया ताकि शांति एवं मेलमिलाप की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा सके।
प्रवक्ता ने कहा कि बैठक में आठ जुलाई के बाद बिगड़े कानून-व्यवस्था के हालात के दौरान जानमाल के नुकसान पर दुख एवं चिंता जाहिर की गई। आठ जुलाई को ही हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी मारा गया था। उसके बाद से भड़की हिंसा में अब तक 43 लोग मारे जा चुके हैं और 3,400 अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि बैठक में उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए दो मिनट का मौन भी धारण किया गया जिन्होंने हिंसा में अपनी जान गंवाई है। मुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूदगी के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के प्रति आभार जताया।
बहरहाल, बैठक में नेशनल कांफ्रेंस के हिस्सा न लेने पर उन्होंने निराशा भी जाहिर की। महबूबा ने कहा, ‘‘मैंने नेशनल कांफ्रेंस के कार्यवाहक अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से खुद बुधवार शाम बात की थी और उनसे बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया था।’’ उन्होंने कहा कि राज्य की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेताओं की बैठक में मौजूदगी से इसका महत्व और बढ़ जाता। दूसरी ओर, नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता ने इस बात से इनकार किया कि मुख्यमंत्री ने उमर से बात की थी। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह राज्य सरकार का एक और झूठ है।’’
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