कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन का समर्थन कर रहे संत राम सिंह का निधन, अमरिंदर सिंह और खट्टर ने जताया दुख
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया कि करनाल के नानकसर सिंघरा वाले के संत राम सिंह जी द्वारा केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघू बॉर्डर पर आत्महत्या करने की खबर स्तब्ध करने वाली और बेहद दुखद है।
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने सिख संत राम सिंह की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए, इसे एक ‘‘अपूरणीय क्षति’’ करार दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। केन्द्र के नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का समर्थन कर रहे संत राम सिंह (65) ने बुधवार को सिंघू बॉर्डर के पास कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस के मुताबिक, सिंह ने कथित रूप से पंजाबी में हस्तलिखित एक पत्र भी छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि वह किसानों का दर्द सहन नहीं कर पा रहे हैं। पुलिस उस पत्र की जांच कर रही है। खट्टर ने बताया कि संत राम सिंह की मौत ‘‘ देश और राज्य के संत समाज को एक अपूरणीय क्षति है’’।
Extremely shocked and saddened on learning of the tragic news of Sant Ram Singh ji of Nanaksar Singhra wale from Karnal ending his life at Singhu Border in protest against the Centre’s Farm Laws. My prayers are with his family and supporters in this time of grief.🙏 pic.twitter.com/xcAftiWvwc
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) December 16, 2020
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हरियाणा के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि उनका निधन उनके लिए भी एक ‘‘ अपूरणीय क्षति है। ‘‘यह बेहद दुखद क्षण है।’’ खट्टर ने कहा कि सिंह को वास्तविक श्रद्धांजलि उनके द्वारा दिखाए गए मानव कल्याण के मार्ग पर चलना होगा। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह संत के निधन से काफी दुखी हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ करनाल के नानकसर सिंघरा वाले के संत राम सिंह जी द्वारा केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघू बॉर्डर पर आत्महत्या करने की खबर स्तब्ध करने वाली और बेहद दुखद है। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के साथ मेरी दुआएं हैं।’’ संत राम सिंह का शव बुधवार रात करनाल जिले सिंघरा गांव के नानकसर गुरुद्वारा ले जाया गया, जहां भारी संख्या में उनके समर्थक इकट्ठे हुए।
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हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख गुरनाम सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि संत राम सिंह एक महान व्यक्ति थे, जिन्होंने अपना जीवन मानव सेवा को समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ एक पवित्र आत्मा होने के कारण, वह किसान विरोधी कानून के खिलाफ ठंड में पिछले कई दिनों से दिन-रात सड़कों पर रह रहे किसानों का दुख देख बेहद दुखी थे.... जिनमें (प्रदर्शन में) कई बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं।’’ कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी उनके निधन शोक जताया।
संत बाबा रामसिंह जी का निधन संत समाज, देश, राज्य तथा मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। यह अत्यंत दुख का क्षण है, बाबा जी की आत्मा, परमात्मा में विलीन हो। हम उनके दिखाए मानव-कल्याण के मार्ग पर चलने को संकल्पित हैं, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
— Manohar Lal (@mlkhattar) December 17, 2020
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