बंगाल में अमित शाह की रैली रद्द, तृणमूल कांग्रेस ने भूमिका से इंकार किया
बंगाल भाजपा सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने राज्य सरकार की अनुमति से इंकार के बावजूद बरूईपुर रैली आयोजित करने की योजना बनाई थी लेकिन सभा के लिए अपनी संपत्ति किराये पर देने वाले भूस्वामी ने अंतिम समय में अपनी रजामंदी वापस ले ली।
कोलकाता, नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने भाजपा प्रमुख अमित शाह के हेलीकॉप्टर को जाधवपुर में उतरने तथा जनसभा को संबोधित करने की अनुमति नहीं दी जिसके कारण शाह की इस लोकसभा क्षेत्र में प्रस्तावित रैली रद्द करनी पड़ी। पश्चिम बंगाल सरकार पर ‘‘लोकतंत्र की जगह तानाशाही स्थापित करने’’ का आरोप लगाते हुए भाजपा ने कहा कि चुनाव आयोग पार्टी को निशाना बनाने के तृणमूल कांग्रेस के कथित अलोकतांत्रिक तरीकों पर ‘‘मूक दर्शक’’ बना हुआ है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि भाजपा ने कम लोगों के आने की आशंका के कारण रैली रद्द की है।
#Correction BJP sources: Party President Amit Shah denied permission to hold rally* in Jadavpur, also denied permission to land chopper. https://t.co/ToFeR3xB4w
— ANI (@ANI) May 13, 2019
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘‘आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। हमारा इससे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने रैली खुद रद्द कर दी क्योंकि उन्हें डर था कि रैली में कम लोग आएंगे।’’ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिला प्रशासन ने शाह के हेलीकाप्टर को उतरने की अनुमति देने में गैरजरूरी देरी की और दावा किया कि उन्हें अब तक लोक निर्माण विभाग से मंजूरी नहीं मिली है। विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘जिला मजिस्ट्रेट तृणमूल कांग्रेस के पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। वे शाह के हेलीकाप्टर के लिए हमें अनुमति देने से इंकार करते रहे। बाद में, उन्होंने हमें रैली करने की अनुमति से भी इंकार कर दिया। यह न केवल अलोकतांत्रिक है बल्कि तृणमूल कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता को दिखाता है।’’
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बंगाल भाजपा सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने राज्य सरकार की अनुमति से इंकार के बावजूद बरूईपुर रैली आयोजित करने की योजना बनाई थी लेकिन सभा के लिए अपनी संपत्ति किराये पर देने वाले भूस्वामी ने अंतिम समय में अपनी रजामंदी वापस ले ली। राज्य भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस के दबाव के कारण भूस्वामी ने अपनी रजामंदी वापस ले ली।’’ पार्टी के मीडिया प्रमुख और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने कहा कि वे अन्य कार्यकर्ताओं और सदस्यों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन करेंगे और तृणमूल के ‘‘अत्याचारों’’ के खिलाफ चुनाव आयोग में जाएंगे। रैली रद्द होने के बाद, बरूईपुर में दोनों प्रतिद्वंद्वी दलों के बीच झड़पें हुईं। प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। आरोप खारिज करते हुए तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘भाजपा के दावों में सच्चाई नहीं है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमारे एक स्थानीय कार्यालय में तोड़फोड़ की और हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला किया।’’
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